प्रवासी श्रमिकों को प्रधानमंत्री आवास की सौगात
कोरोना के चलते कामकाज ठप होने से परदेस में रह रहे लोग वहां से वापस आ रहे हैं। ऐसे श्रमिक जिनके पास रहने को छत नहीं है वह पात्र हैं उनको प्रधानमंत्री आवास देने की तैयारी चल रही है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : कोरोना के चलते कामकाज ठप होने से परदेस में रह रहे लोग वहां से वापस आ रहे हैं। ऐसे श्रमिक जिनके पास रहने को छत नहीं है, वह पात्र हैं उनको प्रधानमंत्री आवास देने की तैयारी चल रही है।
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के रूप में लाभार्थियों के खाते में आवास निर्माण कराने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये भेजा जाएगा। यह पैसा तीन किश्त में मिलेगा। पहली किश्त 40 हजार, दूसरी 70 हजार व तीसरी किश्त के 10 रुपये मिलेगी। ऐसे श्रमिकों का सर्वे करके उनकी सूची तैयार की जा रही है। आधार नंबर ब्लाक कार्यालयों के सिस्टम में फीड कराया जा रहा है। इसके बाद आवास निर्माण कराने के एवज में लाभार्थियों के खाते में पैसा भेजने की कार्रवाई की शुरू की जा रही है। परियोजना निदेशक डीआरडीए डा. आरसी शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास की सूची तैयार हो रही है। जो भी प्रवासी श्रमिक पात्र पाए जाएंगे। उनके पास रहने को छत नहीं होगा। उनको योजना से लाभान्वित किया जाएगा।
किसानों के घर पहुंचेंगे केंद्र प्रभारी
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : जिले भर के 50 क्रय केंद्रों पर माह भर पहले से गेहूं खरीद हो रही है। अभी तक लक्ष्य से एक चौथाई से अधिक ही खरीद हो सकी है। खरीद कम होने से शासन स्तर से मॉनीटरिग शुरू हो गई है। डीएम ने सभी एजेंसियों के केंद्र प्रभारियों को सख्त निर्देश दिया है कि वह गांव-गांव जाकर किसानों से मिलें। उनके गेहूं को वहीं खरीदें। केंद्रवार प्रतिदिन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा सभी राइस मिल संचालकों को भी निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र के किसानों को क्रय केंद्र पर बेचने के लिए प्रेरित करें। उनकी सहूलियत के लिए घर से ही गेहूं बेचने के लिए कहें। उप निदेशक कृषि के स्तर से विभाग में पंजीकृत किसानों को एसएमएस भेजा जाए। अपना गेहूं क्रय केंद्रों पर बेचने के लिए प्रेरित किया जाए। तहसील के एसडीएम खरीद की प्रतिदिन की समीक्षा करें। डिप्टी आरएमओ धनंजय सिंह ने बताया कि गेहूं की खरीद की प्रगति बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। डीएम का जो भी निर्देश मिला है, उसे अमल कराया जा रहा है।