गांधी तोहार कलजुगी चेलै भले अहैं..
शहर के कटरा रोड पर कृषि भवन सभागार में कवि गोष्ठी में विविध विषयों पर कविता पढ़ी गई। श्रोताओं ने उनकी सराहना की। गीतकार डॉ. श्याम शंकर शुक्ल श्याम के संयोजन में संर्धन संस्था द्वारा आयोजित इस सरस काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे डॉ .संगम लाल त्रिपाठी भंवर ने कई गीत सुनाए। मुख्य अतिथि डॉ. श्रद्धा सिंह ने विचार रखे।
जासं, प्रतापगढ़ : शहर के कटरा रोड पर कृषि भवन सभागार में कवि गोष्ठी में विविध विषयों पर कविता पढ़ी गई। श्रोताओं ने उनकी सराहना की। गीतकार डॉ. श्याम शंकर शुक्ल श्याम के संयोजन में संर्धन संस्था द्वारा आयोजित इस सरस काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे डॉ .संगम लाल त्रिपाठी भंवर ने कई गीत सुनाए। मुख्य अतिथि डॉ. श्रद्धा सिंह ने विचार रखे। विशिष्ट अतिथि अवधी के प्रमुख कवि आचार्य मुंशी रजा अनीस देहाती ने ठेठ अंदाज में सुनाया..न गिद्ध न गोहार शरीफन का मूसि के गांधी तोहार कलजुगी चेलै भले अहैं..। उद्घाटन अतिथि अनिल प्रताप त्रिपाठी प्रवात रहे। शिवानी मिश्रा ने वाणी वंदना की। गोष्ठी में गजेंद्र सिंह विकट, डॉ. भानु प्रताप सिंह भानु, जयराम पांडेय राही, राजेश प्रतापगढ़ी, राकेश प्रतापगढ़ी, प्रेम कुमार प्रेम, डॉ. अशोक अग्रहरी, शेष नारायण दुबे राही, सुरेश दुबे व्योम, नीलम शर्मा, आदि ने काव्य पाठ किया। अनीस देहाती, डॉ. प्रमोद प्रियदर्शी व डॉ. अजय सिंह अजेय को संस्था की ओर सम्मानित किया गया। संचालन डॉ. प्रमोद प्रियदर्शी ने किया।