फर्म से यूनिफार्म खरीदने वालों पर महकमा कसेगा शिकंजा
जिले भर के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों का यूनिफार्म समूह की महिलाएं बना रही हैं। इस बार शिक्षक फर्म से यूनिफार्म नहीं खरीदने पाएंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एलआरएलएम विभाग से चार लाख से अधिक यूनिफार्म की डिमांड की है। करीब आधे से अधिक यूनिफार्म तैयार हो गए हैं। कुछ शिक्षक फर्म से यूनिफार्म खरीदने की योजना बना रहे थे। सीडीओ ने बीएसए को पत्र भेजकर साफ तौर पर कहा कि अगर कोई शिक्षक फर्म से यूनिफार्म खरीदा तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करें।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : जिले भर के प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले नौनिहालों का यूनिफार्म समूह की महिलाएं बना रही हैं। इस बार शिक्षक फर्म से यूनिफार्म नहीं खरीदने पाएंगे। इसके लिए शिक्षा विभाग ने एलआरएलएम विभाग से चार लाख से अधिक यूनिफार्म की डिमांड की है। करीब आधे से अधिक यूनिफार्म तैयार हो गए हैं। कुछ शिक्षक फर्म से यूनिफार्म खरीदने की योजना बना रहे थे। सीडीओ ने बीएसए को पत्र भेजकर साफ तौर पर कहा कि अगर कोई शिक्षक फर्म से यूनिफार्म खरीदा तो उनके विरुद्ध कार्रवाई करें।
जिले भर में दो लाख 23 हजार नौनिहाल प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं। नौनिहालों को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए यूनिफार्म पहनने के लिए दिया जाएगा। प्रत्येक नौनिहाल को दो सेट यूनिफार्म दिया जाना है। जिले भर में 55 समूह की करीब 400 महिलाएं सिलाई कर रही हैं। इसके अलावा 15 सेंटर पर अलग से सिलाई हो रही है। प्रतिदिन करीब छह से आठ हजार यूनिफार्म तैयार हो रहा है। सिलाई के एवज में दो सेट तैयार करने में उनको 110 रुपये पारिश्रमिक दिया जाएगा। कुछ महिलाओं ने खुद कपड़ा खरीदकर सिलाई कर रही हैं। उनको 600 रुपये मिलेगा। समूह की महिलाओं को पारिश्रमिक उनके खाते में भेजा जाएगा। शासन के नए प्रयोग से एक ओर जहां समूह की महिलाएं आजीविका से जुड़ीं, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों की अवैध कमाई पर ग्रहण लग गया। डीसी एनआरएलएम ओम प्रकाश ने बताया कि काफी मात्रा में यूनिफार्म तैयार हो गया है। अगस्त माह से इसका वितरण होगा।