खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखार रहे पूर्व अंतरराष्ट्रीय प्लेयर अनवर
हाकी के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का पूर्व अंतरराष्ट्रीय हाकी प्लेयर अनवर खान ने अपना मिशन बना लिया है। वे अपने दोस्त से जहां हाकी के खिलाड़ियों को निश्शुल्क कोचिग दिला रहे हैं वहीं समय-समय पर खिलाड़ियों को मुफ्त में खेल किट सहित अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराते हैं।

दिेनेश सिंह, प्रतापगढ़ : हाकी के खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का पूर्व अंतरराष्ट्रीय हाकी प्लेयर अनवर खान ने अपना मिशन बना लिया है। वे अपने दोस्त से जहां हाकी के खिलाड़ियों को निश्शुल्क कोचिग दिला रहे हैं, वहीं समय-समय पर खिलाड़ियों को मुफ्त में खेल किट सहित अन्य संसाधन भी उपलब्ध कराते हैं।
शहर के बलीपुर के रहने वाले अनवर खान की बचपन से ही रुचि हाकी के खेल में थी। उन्होंने स्टेडियम में हाकी की प्रैक्टिस शुरू की और फिर उनकी प्रतिभा में दिनोंदिन निखार आता गया। शुरुआत में उन्होंने स्कूली, प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया और एक दिन ऐसा आया कि उन्होंने अपना मुकाम हासिल कर लिया। वर्ष 1997 में इनका चयन टीम इंडिया में हो गया। फिर इन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1997 में यूरोप, 1998 इंडो जर्मन टेस्ट सीरीज, 2000 में सिडनी में आयोजित इंटरनेशनल टूर्नामेंट में प्रतिभाग किया। बाद में इन्हें आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन लिमिटेड में नौकरी मिल गई। इसके बाद भी इनका रुझान खेल के प्रति बना रहा।इनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन से मोहम्मद जसीम, अब्दुल हक खान, तृप्ति मिश्रा, अनीसा सिंह, समृद्धि पांडेय सहित दर्जन भर से अधिक खिलाड़ियों ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन करके जिले का नाम रोशन किया।
अनवर खान के जीवन का मकसद हाकी के खिलाड़ियों को मुकाम तक ले जाना है। इसके लिए करीब छह साल पहले उन्होंने अनवर हाकी सोसाइटी बनाई और उससे उभर रहे खिलाड़ियों को जोड़कर उन्हें अपने दोस्त खुर्शीद अहमद से कोचिग दिला रहे हैं और समय-समय पर इन खिलाड़ियों को खेल किट सहित अन्य संसाधन उपलब्ध कराते रहते हैं। वह भले ही ओएनजीसी अगरतला (त्रिपुरा) में तैनात है, लेकिन उनका कनेक्शन यहां कोच खुर्शीद अहमद व खिलाड़ियों से बना रहता है। अनवर कहते हैं कि जब तक उनमें सामर्थ्य रहेगा, तब तक उनका यह मिशन जारी रहेगा।
Edited By Jagran