गंगा किनारे गांवों में जागरूकता अभियान चलाएगा वन विभाग
कुछ युवकों द्वारा बेरहमी से डॉल्फिन को मार डालने के मामले की जांच वन विभाग भी कर रहा है। इसके साथ ही वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगा।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : कुछ युवकों द्वारा बेरहमी से डॉल्फिन को मार डालने के मामले की जांच वन विभाग भी कर रहा है। इसके साथ ही वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाएगा।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के कोथरिया गांव के पास नहर में कुछ लोगों द्वारा डॉल्फिन नजर आने पर उसे लकड़ी के कुंदो और धारदार हथियारों से वार करके तड़पाकर मार डाला गया था। इस जघन्य हत्या का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर आया तो लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। हर कोई उन युवकों को कोसने लगा। उनका यह बयान कि हम लोगों ने इसे मारकर पूरे गांव को दावत देने की प्लानिग की थी, और भी शर्मनाक रहा। यह मामला इंटरनेट मीडिया के जरिए भारत सरकार तक पहुंच गया। पर्यावरण एंव वन मंत्रालय ने इसका संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई करने व जन सामान्य को जागरूक करने के निर्देश दिए। अब वन विभाग ने इसको लेकर गंगा के किनारे वाले गांवों में जागरूकता फैलाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस कार्य में गंगा दूतों का भी सहयोग लिया जाएगा। स्वयंसेवी संगठनों को लगाया जाएगा। इसके कार्यकर्ता वन अफसरों के साथ कछार के गांवों में खासकर जाएंगे। लोगों को पंफलेट, पर्चा देंगे,जिसमें जलीय व वन्य जीवों को क्षति न पहुंचाने की अपील होगी। गंगा में पाए जाने वाले घड़ियाल, डाल्फिन समेत अन्य जलीय जीवों के महत्व के बारे में भी लोगों को बताया जाएगा। इनको नुकसान पहुंचाने पर होने वाली कानूनी कार्रवाई का डर भी पैदा किया जाएगा।
डीएफओ वरुण सिंह का कहना है कि प्रतापगढ़ में केवल कुंडा क्षेत्र में ही गंगा है। ऐसे में इस पर भी काम किया जा रहा है कि कहीं उस रेंज में और डाल्फिन तो नहीं हैं। इसके लिए जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट का भी सहयोग लिया जाएगा।जैसी घटना हुई है, वैसी फिर न हो इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। पुलिस का सहयोग भी विभाग को मिल रहा है।