निर्देशों की उड़ा रहे धज्जियां, निजी स्कूलों में चल रही कक्षाएं
रानीगंज कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जहां प्रदेश सरकार ने 30 जनवरी से तक कक्षा एक
रानीगंज : कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जहां प्रदेश सरकार ने 30 जनवरी से तक कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं, वहीं रानीगंज तहसील क्षेत्र में निजी स्कूल खुल रहे हैं। यहां निजी स्कूल के संचालक पूरी तरीके से मनमानी पर उतारू हैं। इसे देखने के लिए विभाग के अधिकारियों को फुर्सत नहीं है, जिससे इनके हौसले बुलंद हैं।
रानीगंज तहसील क्षेत्र के शिवगढ़ गौरा ब्लाक में कक्षा एक से 12 तक के दर्जनों मान्यता प्राप्त निजी स्कूल चल रहे हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर सरकार के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों को 30 जनवरी तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। निजी स्कूलों में यह आदेश बेअसर दिख रहा है । शुक्रवार को रानीगंज, दुर्गागंज, रामापुर, फतनपुर , सुवंसा मथुरापुर, कनेवरा, लच्छीपुर जामताली सहित इलाकों में निजी स्कूल खुले नजर आए । यहां शिक्षकों ने प्रबंधकों के निर्देश पर कक्षाएं चलाईं। इन संचालकों कोरोना वायरस के संक्रमण का भी भय नहीं रहा। उप जिलाधिकारी रानीगंज जितेंद्र पाल का कहना है कि नियमों का पालन न करने वाले निजी स्कूल के विरुद्ध संचालकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
- स्कूल बंद कर गायब रहने वाले शिक्षकों से मांगा स्पष्टीकरण : शासन के आदेश पर कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण स्कूल व कालेज बंद कर दिए गए हैं। वहीं विद्यालयों में शिक्षकों के स्टाफ को मौजूद रहने का निर्देश दिया गया है, लेकिन कुंडा क्षेत्र के शिक्षक बच्चों के साथ खुद भी छुट्टिया मना रहे हैं। ऐसे में अधिकांश विद्यालयों में ताले लटक रहे हैं। जागरण ने बीते 21 जनवरी के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था । इसके बाद उसी दिन बीईओ कुंडा रतनलाल ने प्राथमिक विद्यालय खमसरा का निरीक्षण किया। विद्यालय में तैनात शिक्षक व शिक्षामित्र गायब मिले और विद्यालय बंद था । ऐसे में बीईओ ने विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक रश्मि, सहायक अध्यापक अंकित उपाध्याय, शिक्षामित्र निर्मला देवी व सुनीता देवी के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा। जबकि अन्य विद्यालयों से गायब शिक्षकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई। उधर जागरण की खबर को संज्ञान में लेते हुए डीएम डा. नितिन बंसल ने बीएसए से आख्या मांगी है। इसके बाद शिक्षा विभाग में हलचल मच गई। फिलहाल इतना सब कुछ होने के बाद भी कई विद्यालयों के शिक्षक अभी भी विद्यालय नही पहुंच रहे हैं। इस बाबत बीईओ रतनलाल का कहना है कि जागरण में प्रकाशित खबर को संज्ञान में लेकर जांच की गई । जांच में विद्यालय से गायब शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।