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गांवों में बसे प्रत्येक परिवार को मिलेगा शुद्ध पेयजल

जिले में ग्रामीण अंचल में रहने वाले प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए रेट्रो फिटिग कार्य के तहत पाइप लाइन बिछाने और नलकूप व टैंक के निर्माण के लिए प्रथम चरण में केंद्र सरकार ने 110 करोड़ रुपये जारी कर दिया है। जिले में शहर से ग्रामीण अंचल तक कुछ इलाकों में पानी खारा है तो कुछ इलाकों में पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है। शहर और नगर पंचायतों में रहने वाले लोगों को तो नगर निकाय प्रशासन पाइप लाइन बिछाकर हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कर रहा है लेकिन ग्रामीण अंचल में शुद्ध पेयजल की समस्या बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Jul 2020 11:32 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 06:07 AM (IST)
गांवों में बसे प्रत्येक परिवार को मिलेगा शुद्ध पेयजल
गांवों में बसे प्रत्येक परिवार को मिलेगा शुद्ध पेयजल

दिनेश सिंह, प्रतापगढ़ : जिले में ग्रामीण अंचल में रहने वाले प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। इसके लिए रेट्रो फिटिग कार्य के तहत पाइप लाइन बिछाने और नलकूप व टैंक के निर्माण के लिए प्रथम चरण में केंद्र सरकार ने 110 करोड़ रुपये जारी कर दिया है।

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जिले में शहर से ग्रामीण अंचल तक कुछ इलाकों में पानी खारा है तो कुछ इलाकों में पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है। शहर और नगर पंचायतों में रहने वाले लोगों को तो नगर निकाय प्रशासन पाइप लाइन बिछाकर हर घर में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति कर रहा है, लेकिन ग्रामीण अंचल में शुद्ध पेयजल की समस्या बनी हुई है। पिछले दो दशकों में जल निगम 150 गांवों में ट्यूवेल व ओवरहेड टैंक के निर्माण के साथ ही पाइप लाइन बिछाकर पेयजल की आपूर्ति कर रहा था, लेकिन समय के साथ रखरखाव के अभाव में पंप व ट्रांसफार्मर फुंकने व पाइप लाइन ब्रस्ट होने से अधिकांश योजनाएं ठप पड़ गईं।

इस बीच केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के रेट्रो फिटिग कार्य के तहत ग्रामीण अंचल में भी पाइप लाइन बिछाकर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने का निर्णय लिया। गांवों में रहने वाले प्रत्येक परिवार को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जाएगा। जिले में कुल पांच लाख 22 हजार परिवार हैं। प्रथम चरण में 1.29 लाख परिवारों को इस योजना के तहत लिया गया है। इसके लिए 110 करोड़ रुपये जारी कर दिया गया है। 1.29 लाख घरों (परिवारों) तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए मार्च 2021 तक का समय निर्धारित किया गया है।

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सिर्फ 4500 घरों तक ही बिछी है पाइप लाइन

पिछले दो दशक में जल निगम ने भले ही 150 ग्राम पेयजल योजनाएं स्थापित की है, लेकिन इन तमाम प्रयासों के बीच 5.22 लाख परिवारों में से सिर्फ 4500 घर (परिवार) तक पाइप लाइन बिछ पाई है। यानी अभी भी पांच लाख 17 हजार 500 परिवार इससे वंचित हैं।

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मार्च 2024 तक हर घर को मिलेगा शुद्ध पेयजल

ग्राम पेयजल योजना से वंचित पांच लाख 17 हजार 500 परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य मार्च 2024 तक निर्धारित किया गया है। पहले चरण में मार्च 2021 तक 1.29 लाख परिवारों को इससे लाभान्वित किया जाएगा। फिर मार्च 2021 के बाद तीन साल में सभी परिवारों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी।

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ग्राम पंचायतें वसूलेंगी चार्ज

पेयजल योजनाओं को स्थापित करने के बाद उसे जल निगम ग्राम पंचायतों को हैंड ओवर कर देगा। फिर रखरखाव व पंप आपरेटर के वेतन आदि के लिए ग्राम पंचायतें प्रत्येक परिवार से हर महीने 50 रुपये वाटर चार्ज वसूल करेंगी। ऐसा न होने पर पहले की तरह रखरखाव के बजट के अभाव में पेयजल योजनाएं ठप पड़ जाएंगी।

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-जल जीवन मिशन के रेट्रो फिटिग कार्य के तहत गांवों में रहने वाले हर परिवार को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले चरण में इस योजना से 1.29 लाख परिवारों को लाभान्वित कराया जाएगा-

घनश्याम द्विवेदी, एक्सईएन, जल निगम


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