चाय पान की दुकान से लेकर खेत-खलिहान तक चुनावी चर्चा
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तिथियों का एलान होते ही गांव में खेत-खलिहान से लेकर गांव-घर व चाय-पान की दुकानों पर चुनावी चर्चा तेज हो गई है। पंचायत चुनाव में दावेदार अब मतदाताओं को हर तरह से रिझाने में जुटे हैं। दुकान पर चाय की चुस्की के साथ चुनावी चर्चा खूब होने लगी है। दावेदारों के समर्थक अपने अपने प्रत्याशी को भारी बता रहे हैं। यह अलग बात है कि चुनाव किस करवट बैठेगा। पंचायत चुनाव में इस बार आरक्षण के फेर में कई दिग्गजों को बिना चुनाव लड़े ही मैदान से बाहर होना पड़ा जिससे उनकी चुनावी रणनीति फेल हो गई।
संसू, रानीगंज : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तिथियों का एलान होते ही गांव में खेत-खलिहान से लेकर गांव-घर व चाय-पान की दुकानों पर चुनावी चर्चा तेज हो गई है। पंचायत चुनाव में दावेदार अब मतदाताओं को हर तरह से रिझाने में जुटे हैं। दुकान पर चाय की चुस्की के साथ चुनावी चर्चा खूब होने लगी है। दावेदारों के समर्थक अपने अपने प्रत्याशी को भारी बता रहे हैं। यह अलग बात है कि चुनाव किस करवट बैठेगा। पंचायत चुनाव में इस बार आरक्षण के फेर में कई दिग्गजों को बिना चुनाव लड़े ही मैदान से बाहर होना पड़ा, जिससे उनकी चुनावी रणनीति फेल हो गई।
गौरा व शिवगढ़ ब्लाक में कई निवर्तमान प्रधान, बीडीसी को आरक्षण के फेर में चुनाव मैदान से बाहर होना पड़ा है अब वह अपने करीबी को चुनाव में उतारने की कोशिश में लगे हैं कि चुनाव जीतने के बाद प्रधानी तो वह ही करेंगे। यह बात अलग है कि जीतने के बाद वह कौन सा पाला बदलेंगे बाजार से लेकर गांव तक चुनाव मैदान में उतरने वाले लड़ाके चुनावी चर्चा में मस्त हैं, खेतों में भी पहुंच रहे हैं और काकी माई बाबू जी कह कर चुनाव में मतदान करने के लिए रिझा कर विकास की बात कह रहे हैं और पुराने प्रधान व बीडीसी की खामियां गिना रहे हैं। शनिवार को शाहपुर गांव में चाय पान की दुकान पर चुनावी चर्चा करते नजर आए लोग गौरा व शिवगढ़ ब्लाक में चुनावी चर्चा ते•ा हो गई है। यहां तक कि सुख दुख सहित सभी कार्यक्रम में दावेदार शिरकत हो रहे हैं। बुखार जुकाम व सर्दी होने पर दवा लेने व डाक्टर को दिखा कर दवा दिलाने की बात कहकर हमदर्द बन रहे हैं और सहायता करने की भी बात कहकर मतदाताओं को रिझा रहे हैं। यही नहीं दावेदार तो चुनाव जीतने पर हैंडपंप, पेंशन व आवास दिलाने का वादा भी खूब कर रहे हैं।