मनमाने ढंग से लगाई गई ड्यूटी, शिक्षकों ने दिया ज्ञापन
एनआइसी में कंप्यूटर ऑपरेटरों की मनमानी के चलते चुनाव में मनमाने ढंग से ड्यूटी भी लगा दी गई है। यहां तक कि दिव्यांग शिक्षकों को भी चुनाव ड्यूटी थमा दी गई है। इस पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने आक्रोश जाहिर करते हुए मंगलवार को सीडीओ को ज्ञापन सौंपा।
संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : एनआइसी में कंप्यूटर ऑपरेटरों की मनमानी के चलते चुनाव में मनमाने ढंग से ड्यूटी भी लगा दी गई है। यहां तक कि दिव्यांग शिक्षकों को भी चुनाव ड्यूटी थमा दी गई है। इस पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने आक्रोश जाहिर करते हुए मंगलवार को सीडीओ को ज्ञापन सौंपा।
चुनाव ड्यूटी लगाने में न तो वरिष्ठता का ध्यान दिया गया और न ही पद का। वरिष्ठ पुरुष शिक्षको को मतदान अधिकारी द्वितीय तो महिला शिक्षामित्रों को पीठासीन व मतदान अधिकारी प्रथम बना दिया गया है। सदर विकास खंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पूरेईश्वरनाथ की अनीता मिश्रा की ड्यूटी कुंडा में लगी है जबकि मॉडल प्राथमिक विद्यालय जहनईपुर की प्रधानाध्यापिका प्राची पांडेय की ड्यूटी बाबागंज, इसी विद्यालय की वर्षा पांडे की ड्यूटी रामपुर संग्रामगढ़ तथा मॉडल प्राथमिक विद्यालय मझिलहा की प्रधानाध्यापिका इरा पांडे की ड्यूटी रामपुर संग्रामगढ़, पूनम की कुंडा, प्रियंका की कुंडा, रमा शुक्ला की बाबागंज, निशा की बाबागंज, किरण तिवारी की ड्यूटी आसपुर देवसरा, शिखा की ड्यूटी गौरा ब्लॉक में लगाई गई है। उधर पंचायत चुनाव के संदर्भ में प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल एवं जिला मंत्री विनय सिंह के नेतृत्व में सीडीओ से मिलकर शिक्षक शिक्षिकाओं की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया गया। सीडीओ ने सभी समस्याओं को ध्यान से सुना और मूलभूत समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक विचार करके निस्तारण का आश्वासन दिया। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश पांडेय , नगर अध्यक्ष मनोज कुमार पाण्डेय •िाला संयुक्त मंत्री , राकेश सिंह, एवं जिला प्रचार मंत्री राजीव गुप्ता मौजूद रहे।
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अनपढ़ स्वीपर को बना दिया प्रथम मतदान अधिकारी
संसू, प्रतापगढ़ : एमडीपीजी कॉलेज की स्वीपर एवं अनपढ़ दुर्गा को पंचायत चुनाव के लिए प्रथम मतदान अधिकारी बनाया गया है,जबकि दुर्गा न पढ़ सकती हैं और न ही लिख सकती है। दुर्गा का कहना है कि वह प्रथम मतदान अधिकारी का कार्य आखिर कैसे कर सकेगी। दुर्गा तो एक वानगी है न जाने कितनी अनपढ़ दुर्गाओं की ड्यूटी ऐसे ही प्रथम मतदान अधिकारी के पद पर लगी है, जो लिखने और पढ़ने में अक्षम हैं। बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों की ड्यूटी भी प्रथम मतदान अधिकारी पर हुई है। महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी 60 से 100 किलोमीटर दूर कालाकाकर, कुंडा, बाबागंज, रामपुर संग्रामगढ़ जैसे विकास खंडों में लगा दी गई है। अब ये महिलाएं 1 दिन पहले अपनी पार्टी पता करने और फिर दूसरे दिन ड्यूटी पर कैसे और किस साधन से जाएंगी। निर्वाचन आयोग के निर्देशों का अनुपालन अधिकारी क्यों नहीं कर रहे हैं यह बताने को कोई तैयार नहीं है। सबसे आसान बहाना कर्मचारियों की कमी है या फिर सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी से ऐसा हो गया है यह कह कर अधिकारी अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं जबकि महिलाएं चुनाव ड्यूटी को लेकर बेहद परेशानी एवं नाराज हैं।
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जिन्होंने आप्सन दिया था उनकी ड्यूटी काट दी गई है। जो लोग बचे हैं उन पर विचार किया जा रहा है। -अश्वनी कुमार पांडेय, सीडीओ