डॉ. बच्चन ने साहित्य में जिले को दिलाई पहचान
मधुशाला जैसी अनेक कालजयी रचनाओं के रचयिता कवि डॉ. हरिवंश राय बच्चन को सोमवार को याद किया गया। उनकी पुणतिथि पर पैतृक गांव बाबू पट्टी में लोगों ने चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उनकी याद में रानीगंज के बाबू पट्टी गांव में बने पुस्तकालय पर सोमवार को दोपहर में डॉ हरिवंश राय की पुण्यतिथि मनाई गई। विभिन्न कार्यक्रम आयोजन हुए। डॉ. बच्चन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
संसू, रानीगंज : मधुशाला जैसी अनेक कालजयी रचनाओं के रचयिता कवि डॉ. हरिवंश राय बच्चन को सोमवार को याद किया गया। उनकी पुण्यतिथि पर पैतृक गांव बाबू पट्टी में लोगों ने चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान ग्रामीणों ने उनके साहित्य में दिए गए योगदान को भी याद किया।
उनकी याद में रानीगंज के बाबू पट्टी गांव में बने पुस्तकालय पर सोमवार को दोपहर में डॉ हरिवंश राय की पुण्यतिथि मनाई गई। विभिन्न कार्यक्रम आयोजन हुए। डॉ. बच्चन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। उन्हें नमन किया गया। इस मौके पर प्राथमिक विद्यालय बाबू पट्टी के प्रधानाध्यापक प्रशांत कुमार यादव ने कहा कि पूरी दुनिया में साहित्य के क्षेत्र में प्रतापगढ़ को डॉ. बच्चन ने पहचान दिलाई। संयोजक पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला ने कहा कि बाबू पट्टी गांव से डॉ. बच्चन की यादें जुड़ी हैं। वह यहीं जन्मे थे। उनकी याद में 22 लाख रुपये की लागत से पुस्तकालय भवन बना है। इससे उनकी लिखीं व अन्य लेखकों की किताबे पढ़ने का मौका लोगों को मिल रहा है। गांव से उनको लगाव था। बराबर वह यहां आते भी थे। इस मौके पर लोगों ने मेगा स्टार अमिताभ बच्चन से मांग की कि जया के वादे को पूरा करें। अपने बेटे अभिषेक बच्चन और बहु ऐश्वर्या राय बच्चन को लेकर पुरखों के गांव आएं। ग्राम प्रधान कलावती, सहायक अध्यापक मंजू यादव, सुप्रिया श्रीवास्तव, नीरज कुमार मिश्र, संगीता, मीनाक्षी, महिमा श्रीवास्तव, राजदेव, जगन्नाथ, रमाकांत, सुनील, सुरेश कुमार, संतोष कुमार, अनिल कुमार, विवेक कुमार, आरुषि, बब्लू श्रीवास्तव व समाजसेवी प्रवीण मिश्रा सहित कई लोग मौजूद रहे। बच्चों ने गीत व मधुशाला को सुनाया।