गंगा यात्रा में छह गेटों पर होगा स्वागत, डीएम ने अधिकारियों के साथ की बैठक
गंगा यात्रा को लेकर अंतिम स्वरूप देते हुए डीएम मार्कंडेय शाही ने सोमवार को कालाकांकर ब्लाक सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की।
संसू, कुंडा : गंगा यात्रा को लेकर अंतिम स्वरूप देते हुए डीएम मार्कंडेय शाही ने सोमवार को कालाकांकर ब्लाक सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक की। कराए जा रहे कार्यो की समीक्षा की। डीएम ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को बताया कि कुंडा तहसील क्षेत्र के 18 गांव गंगा यात्रा में शामिल किए गए हैं। इसमें चार गांव कालाकांकर व बाकी कुंडा विकास खंड के शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा में शामिल लोगों के स्वागत के लिए छह गेट बनाए जाएंगे। पहला गेट चौरही, दूसरा आलापुर, तीसरा ब्लाक मुख्यालय, चौथा कालाकांकर, पांचवा बरमौली, छठा नवाबगंज में बनाया जाएगा। डीएम ने कहा कि अगर कोई विभाग अपनी प्रदर्शनी लगाना चाहता है तो वह भी गंगा के किनारे लगा सकता है। डीएम ने गंगा के किनारे आरती करने वाले लोगों को आगाह करते हुए कहा कि जब भी आप आरती करें। वहां पर नाव गोताखोर नाविक सभी मौजूद रहें। इस मौके पर सीडीओ अमित पाल शर्मा, डीडीओ सुदामा प्रसाद, डीपीआरओ लालजी दुबे, बीएसए अशोक सिंह, ईओ कुंडा, ईओ मानिकपुर, एसडीएम कुंडा जेआर चौधरी, सीओ राधेश्याम सिंह सहित जनपद के आलाधिकारी मौजूद रहे। योगी आवत अहेन, घटवा पर लग जाए नल
संसू, परियावां : योगी आवत अहेन, अब घटवा पर लग जाए नल.। कालाकांकर शमशान घाट पर नल ना होने की वजह से लोगों को काफी मुसीबत का सामना उठाना पड़ता है। इस घाट पर करीब 20 किलोमीटर के क्षेत्र के लोगों शव का दाह संस्कार किया जाता है। घाट पर ना ही जाने के लिए रास्ता है और न ही बैठने के लिए उचित स्थान व पानी पीने के लिए नल है। दिक्कत तो तब हो जाती है जब गर्मी में लोगों को घाट से एक किलोमीटर दूर पानी पीने के लिए जाना पड़ता है। वही गंगा यात्रा होने के चलते लोगों में क्षेत्रीय लोगों में एक आस लगी है कि शायद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने के चलते अधिकारियों की नजर श्मशान घाट पर भी पड़ जाए और बैठने के लिए चबूतरा व पानी पीने के लिए नल की व्यवस्था हो जाए। मांग करने वालों में पूर्व जिपं सदस्य डा. बीएल यादव, संतोष कुमार, राम आसरे, धुन्नी लाल, छोटेलाल, रामलाल, गया प्रसाद, रामजी, अरविद कुमार, शंकरलाल, शिवप्रसाद आदि लोग शामिल है। गंगा घाट पर लगी विकास प्रदर्शनी
संसू, कुंडा : गंगा यात्रा को देखते हुए कालाकांकर गंगा घाट पर प्रशासन द्वारा गंगा विकास यात्रा प्रदर्शनी लगाई गई है। आगामी 30 जनवरी को कालाकांकर घाट पर आयोजित गंगा यात्रा कार्यक्रम के तहत पहुंचने वाले लोगों को प्रदर्शनी के माध्यम से केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की विकास की योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी जा सके। यही नहीं गंगा के किनारे गांवों में ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए चार एलईडी बैन भी भ्रमण कर रही है जो लोगों को प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तृत से प्रकाश डाल रहे है। स्वास्थ्य विभाग ने गंगा के किनारे गांवों में लगाया कैंप
संसू, कुंडा : गंगा यात्रा को देखते हुए स्थानीय सीएचसी द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गंगा के किनारे बसे गांव प्राथमिक विद्यालय समसपुर, जहानाबाद, परसीपुर गांव स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर में डिप्टी सीएमओ नजीब, डीपीएम राज शेखर, सीएसची अधीक्षक डा. दिनेश सिंह, डा. रोहित, डा. शादाब हुसैन, डा. आलोक सिंह, डा. सलमा अजीज, डा. अवधेश पांडेय मौजूद रहे। प्राथमिक विद्यालय परसीपुर में लगे शिविर में डा. विकास त्रिपाठी, डा. राम चंदर सिंह व आयुष्मान मित्र अतुल सिंह उनुपस्थित रहे। वही प्राथमिक विद्यालय जहानाबाद में डा. शुभम पांडेय, डा. अभिषेक सिंह, एवं आयुष्मान मित्र अरूण श्रीवास्तव अनुपस्थित रहे। गंगा निर्मल यात्रा पर निकली जागरूकता रैली
संसू, लालगंज : नगर के हेमवती नंदन बहुगुणा पीजी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के शिविरार्थियों ने सोमवार को गंगा निर्मल यात्रा के तहत जागरूकता रैली निकाली। महाविद्यालय परिसर से प्राचार्य डा. आरपी मिश्र के नेतृत्व मे निकली रैली नगर के प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर गंगा की निर्मलता का संदेश देती दिखी। रैली मे शामिल रानीगंज राजकीय महाविद्यालय के नोडल अधिकारी डा.विनय कुमार मिश्र ने गंगा निर्मल यात्रा के ध्येय पर प्रकाश डाला। संयोजन कार्यक्रम अधिकारी डा. सत्यपाल तिवारी ने किया। इस मौके पर डा. फणींद्र नारायण मिश्र, डा. ऋचासुकुमार, संतोष द्विवेदी आदि रहे। गांव ओडीएफ घोषित, शौचालयों पर नहीं पड़ी छत
संसू, परियावां : कालाकांकर विकास क्षेत्र में गंगा किनारे स्थित ग्रामसभा संग्रामपुर में आवास और शौचालय में इस कदर लापरवाही हो रही है कि वहां बने आवासों पर ना ही नाम पट्टी है न ही एक दर्जन से अधिक शौचालय पर छत पड़ी है। गांव में कागज पर 264 शौंचालय बन चुके हैं। जिओ टैगिग भी हो चुकी है, लेकिन हकीकत खंगालने पर यह पता चला कि शौचालय की स्थिति बद से बदतर है। किसी शौचालय का दरवाजा नहीं लगा। किसी शौचालय में कंडा और लकड़ी रखा हुआ है। हद तो तब हो गई कि 27 जनवरी से पांच दिवसीय गंगा यात्रा होनी है। उसी गंगा यात्रा के दौरान इस गांव में भी गंगा आरती होनी है और बड़े-बड़े अधिकारियों का जमावड़ा भी लगा है, लेकिन किसी भी अधिकारियों की नजर बदहाल शौचालय व बिना नाम पट्टिका की आवास पर नहीं पड़ रही है। डीपीआरओ लालजी दुबे से बात की गई तो उन्होंने कहाकि मामला संज्ञान में है। इसको दिखवाता हूं।