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हाईवे पर बने मौत के गड्ढे, जान जोखिम में

प्रतापगढ़ । शहर में खास तौर पर भंगवा चुंगी और उसके आस-पास मौत के गड्ढे बन गए हैं। लोग

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Sep 2021 11:10 PM (IST)Updated: Fri, 17 Sep 2021 11:10 PM (IST)
हाईवे पर बने मौत के गड्ढे, जान जोखिम में

प्रतापगढ़ । शहर में खास तौर पर भंगवा चुंगी और उसके आस-पास मौत के गड्ढे बन गए हैं। लोग जान जोखिम में डालकर भंगवा चुंगी से जोगापुर की ओर सफर करने को मजबूर हैं। इसी तरह शहर में जगह-जगह हाईवे पर गड्ढे बने हुए हैं, ऐसे में सफर मुश्किलभरा हो गया है। बीच शहर से होकर प्रयागराज-अयोध्या हाईवे दोनों धार्मिक नगरी को जोड़ता है। इसके साथ ही इसी हाईवे से प्रयागराज, सुल्तानपुर, आंबेडकरनगर, अयोध्या, गोंडा, बस्ती, बहराइच, श्रावस्ती, गोरखपुर सहित दर्जन भर से अधिक जिलों के लोग सफर करते है। यही वजह है कि इस हाईवे पर वाहनों का दबाव अधिक रहता है। दो पहिया, चार पहिया, सवारी वाहनों के अलावा ट्रकों का अधिक लोड इस हाईवे पर रहता है। वाहनों का दबाव अधिक होने से शहर से गुजरा करीब 10 किमी लंबा हाईवे अक्सर जर्जर ही रहता है। करीब छह महीने पहले हाईवे की मरम्मत के लिए शासन ने 1.38 करोड़ रुपये बजट जारी किया था। बारिश के पूर्व ठेकेदार ने चिलबिला की ओर से मरम्मत का काम शुरू कराया तो ऐन वक्त पर बारिश शुरू हो गई। तब से काम रुका तो अब तक शुरू नहीं हो सका। ऐसे में हालत यह है कि चिलबिला ओवरब्रिज की सड़क पर गिट्टियां उखड़ी पड़ी हैं। चिलबिला से लेकर भंगवा चुंगी तक जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं। सबसे खराब स्थिति भंगवा चुंगी चौराहे के पास की है। चुंगी चौराहे पर ही जानलेवा गड्ढा बना हुआ है। चुंगी पुलिस चौकी के सामने से नगर पालिका की सीमा जोगापुर तक हाईवे पर गड्ढे में पानी भरा हुआ है। इससे लोगों को गड्ढे की गहराई का आभास नहीं हो पाता है, यही वजह है कि रोज दो पहिया वाहन चालक पानी भरे गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं। --- -प्रयागराज-अयोध्या हाईवे शहर की शान है, लेकिन यह हाईवे कभी भी लक-दक नहीं रहता है। हमेशा यह जर्जर ही रहता है- सुरेश कुमार सिंह, सिनेमा रोड फोटो-17 पीआरटी-15 --- -यह हाईवे ऐसा है, जो बीच शहर से होकर गुजरा है। इस हाईवे पर वाहनों का आवागमन अधिक रहता है, लेकिन कभी यह दुरुस्त नहीं रहता है- राम बरन सोनी-जोगापुर फोटो-17 पीआरटी-17 -- -इस हाईवे पर वाहन तेज रफ्तार से चलते हैं। उनकी रफ्तार पर कोई अंकुश नहीं रहता है। इन वाहनों से बचने के दौरान लोग गड्ढे में गिरकर चोटिल हो जाते हैं- मुन्ना मिश्रा, निर्मल पैलेस तिराहा फोटो-17 पीआरटी-22 --- इस हाईवे का जबसे चौड़ीकरण किया गया है, तब से आए दिन यह जर्जर ही रहता है। क्योंकि चौड़ीकरण के समय गुणवत्ता की पूरी अनदेखी की गई थी- एहतशाम अहमद, देवकली

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---------- --शहर से गुजरे करीब 10 किमी लंबे हाईवे के मरम्मत के लिए करीब तीन महीने पहले बजट स्वीकृत हुआ था। बारिश की वजह से ठेकेदार ने काम बंद कर दिया था। अब अगले महीने से ही काम शुरू होने की उम्मीद है- एके मिश्रा, सहायक अभियंता, एनएच सुल्तानपुर


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