निजी अस्पताल में भर्ती महिला की मौत, हंगामा
नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे स्वामीदास गांव के विवेक मिश्रा की 35 साल की पत्नी वर्षा को शुक्रवार शाम खेत में किसी जंतु ने काट लिया था। रात भर दवा देने के बाद सुबह हालत में सुधार न होने पर स्वजन बलीपुर के चारू नर्सिग होम में ले आए। वहां पर भर्ती करके इलाज शुरू किया गया। दोपहर में करीब सवा बारह बजे महिला की सांसें थम गई। इस बात की जानकारी होने पर स्वजन गम और गुस्से से भर उठे। अपने परिचितों को बताया। कुछ देर में अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई।
जागरण संवाददाता, प्रतापगढ़ : शहर के बलीपुर में स्थित निजी अस्पताल में भर्ती महिला की मौत हो जाने पर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। जान बचाने को कर्मचारी भाग निकले। तोड़फोड़ का प्रयास किया। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मामले को संभाल लिया। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए चिकित्सक को घेर लिया। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद स्वजनों को समझाकर चिकित्सक को हिरासत में लेकर उनका गुस्सा कुछ कम किया।
नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे स्वामीदास गांव के विवेक मिश्रा की 35 साल की पत्नी वर्षा को शुक्रवार शाम खेत में किसी जंतु ने काट लिया था। रात भर दवा देने के बाद सुबह हालत में सुधार न होने पर स्वजन बलीपुर के चारू नर्सिग होम में ले आए। वहां पर भर्ती करके इलाज शुरू किया गया। दोपहर में करीब सवा बारह बजे महिला की सांसें थम गई। इस बात की जानकारी होने पर स्वजन गम और गुस्से से भर उठे। अपने परिचितों को बताया। कुछ देर में अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई। अधिवक्ता इंद्राकर मिश्र ने स्वजनों को न्याय का भरोसा दिलाया। इधर लोग यह कहकर हंगामा करने लगे कि चिकित्सक ने मरीज का ठीक से इलाज नहीं किया। उसकी सही स्थिति के बारे में नहीं बताया। यही कहते रहे कि घबराओ मत। यह अस्पताल के लोगों की लापरवाही से हुआ है। लोग चिकित्सक को घेर लिए। इस पर वह अपने कर्मचारियों की मदद से अपने कक्ष में खुद को कैद कर लिए। बाहर स्वजन दरवाजा पीटने लगे। मौके पर पहुंचे सीओ सिटी अभय कुमार पांडेय ने स्वजनों को समझाने का प्रयास किया, पर वह मानने को तैयार नहीं थे। वर्षा के पति विवेक समेत घर परिवार के लोग, रिश्तेदार इस बात पर अड़ गए कि लाश तभी ले जाएंगे, जब डॉक्टर को गिरफ्तार किया जाएगा।
इस काम में पुलिस के देर करने पर स्वजन आपे से बाहर होने लगे। वह अस्पताल के बाहर आकर बलीपुर रोड पर धरना देने का प्रयास करने लगे। इस पर सीओ सिटी और शहर कोतवाल प्रवीण कुशवाहा ने मामले की तहरीर लेकर पूछताछ के लिए डॉ. अतुल श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया। उनको कोतवाली भेज दिया गया। इसके बाद स्वजन शव लेने को तैयार हुए।
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हमरे बच्चन का लइ आवा.
पत्नी के दम तोड़ देने से पति विवेक बदहवास हो गया। वह बार-बार चिल्ला रहा था.हम अपनी वर्षा का एस न जाइ देब। हमरे बच्चन का घरे से लइ आवा। हम इहीं धरना देब.हमरे वर्षा का यहि अस्पताल वाले मारि डाएन।
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यह पहला मामला नहीं
बलीपुर के इस अस्पताल में इस तरह की घटनाएं अक्सर होती हैं। एक महीने पहले गर्भवती महिला को पैसे के अभाव में अस्पताल से निकाल देने का मामला तूल पकड़ा था। इसमें जांच के आदेश भी हुए थे, पर जांच ठंडे अस्ते में पड़ी है।
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गंभीर थी हालत
आरोपों के घेरे में आए चारू अस्पताल के संचालक डॉ. अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि महिला की हालत गंभीर थी। हमारे एक स्टाफ का परिचित होने के कारण भर्ती किया गया। बीपी का उतार-चढ़ाव तेज था। हमने नियंत्रण का पूरा प्रयास किया, आक्सीजन भी लगवाया। रेफर करने पर उसे स्वजन ले नहीं गए।
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महिला के स्वजनों ने जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जा रही है। तहरीर मिली है। इस मामले में मेडिकल एक्सपर्ट से भी राय ली जाएगी।
-अभय कुमार पांडेय, सीओ सिटी