बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में असमंजस
कोरोना की इस महामारी काल में परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पूर्व में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा अप्रैल में होने वाली थी। पंचायत चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रतापगढ़ की इंटर फाइनल की छात्राओं में सृष्टि तिवारी व खुशी तिवारी का कहना है कि कोरोना का संक्रमण तेज हो गया है। परीक्षाएं टाल दी गई हैं। कब होंगी इसी पर दिमाग लगा रहता है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : कोरोना की इस महामारी काल में परीक्षा को लेकर छात्र-छात्राओं में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पूर्व में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा अप्रैल में होने वाली थी। पंचायत चुनाव के कारण इसे टाल दिया गया। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज प्रतापगढ़ की इंटर फाइनल की छात्राओं में सृष्टि तिवारी व खुशी तिवारी का कहना है कि कोरोना का संक्रमण तेज हो गया है। परीक्षाएं टाल दी गई हैं। कब होंगी इसी पर दिमाग लगा रहता है। यहीं की सामिया शोएब, मान्या अग्रवाल का कहना है कि लॉक डाउन का दूसरा दौर शुरू हो गया है। कब तक समाप्त होगा। तमाम तरह के दिमाग में टेंशन हैं। सोनम जायसवाल का कहना है कि हम लोग आगे की पढ़ाई के लिए कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। अगली कक्षा में कैसे प्रवेश पाएंगे। बोर्ड इम्तिहान होंगे या नहीं होंगे। अब तो सिर्फ भगवान का ही सहारा है। ऊपर वाला हालात सही करे और जीवन सामान्य हो सके।
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जुलाई से शुरू हो सकता है नया सत्र
संवादसूत्र, प्रतापगढ़ : यूपी बोर्ड का नया सत्र इस बार जुलाई से शुरू हो सकता है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं 20 मई तक स्थगित होने के बाद हालात ऐसे बन रहे हैं कि शैक्षिक सत्र पूर्व की तरह जुलाई से शुरू होना लगभग तय माना जा रहा है। सरकार ने साफ कर दिया है कि हालात की समीक्षा करने के बाद मई के प्रथम सप्ताह में परीक्षा पर निर्णय लिया जाएगा। 20 मई के बाद परीक्षा कराने में कम से कम तीन सप्ताह का समय लग जाएगा। 15 जून तक परीक्षा समाप्त होने के बाद जून माह के अंत तक कापियां जांची जाएंगी। उसके बाद एक महीने में परिणाम घोषित हो पाएगा। यानि जुलाई के अंत या अगस्त से पहले रिजल्ट आने की संभावना नहीं रहेगी। पीबी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. अनूप सिंह कहते हैं कि यदि अप्रैल से सत्र लेकर चलेंगे तो बच्चों की चार महीने की पढ़ाई का नुकसान हो जाएगा। एक जुलाई से सत्र होने पर एक महीने का ही नुकसान होगा, जिसे मैनेज किया जा सकता है। जीजीआइसी बरहदा के प्रधानाचार्य डॉ. विध्याचल सिंह कहते हैं कि पहले भी जुलाई से सत्र शुरू होता था। इसलिए इसमें कोई कठिनाई नहीं है। राजकीय बालिका इंटर कालेज के शिक्षक डॉ. मो. अनीस का कहना है जुलाई से नया सत्र शुरू किया जा सकता है। पिछले साल बोर्ड परीक्षाएं होने के बाद लॉकडाउन लगा था और रिजल्ट 27 जून को घोषित हो गया था। इसलिए सत्र में परिवर्तन नहीं किया गया था।
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इनसेट--
सरकार ने 20 मई तक यूपी बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की हैं। परीक्षाएं कब होंगी, नया सत्र कब से शुरू होगा इसके बारे में कुछ भी कहना जल्द बाजी होगी। शासन का जो भी निर्णय होगा, उसी के अनुसार कार्य किया जाएगा।
-सर्वदानंद, डीआइओएस
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