बंद पड़े सामुदायिक शौचालय, फर्जी हो रहा भुगतान
संवाद सूत्र प्रतापगढ़ सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसका
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। इसका संचालन समूह की महिलाएं कर रहीं हैं। एक ओर जहां शौचालय को केवल साफ-सफाई करने के लिए खोला जाता है। वहीं, साफ-सफाई के नाम पर हर माह लाखों रुपये का फर्जी भुगतान हो रहा है। ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं। निर्देश है कि सभी सामुदायिक शौचालय को हमेशा खुला रखा जाना चाहिए। ताकि गांव के लोग इसका इस्तेमाल करें, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। शौचालय हमेशा बंद रहता है। अफसर के आने की भनक पर उसे खोल दिया जाता है। प्रधान व समूह की महिलाओं की कमाई का जरिया बन गया है। डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी ने बताया कि सामुदायिक शौचालयों को स्वयं सहायता समूहों को सुपुर्द कर दिया गया है। इसका संचालन समूह की महिलाएं कर रहीं हैं।
- कार्यालय तक पहुंच रहीं शिकायतें
प्रत्येक ग्राम पंचायतों में तीन से चार समूह बनाए गए हैं। शौचालयों को समूहों को आवंटित किए जाने को लेकर ग्राम प्रधानों व समूह की महिलाओं में विवाद भी हुआ। कई शिकायतें डीपीआरओ व डीसी एनआरएलएम तक पहुंची। हालांकि, विवाद समाप्त कराकर शौचालयों के संचालन की जिम्मेदारी समूह की महिलाओं को दी गई।
- आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायतों की भरमार
संपूर्ण समाधान दिवस के अलावा पोर्टल पर भी आए दिन सामुदायिक शौचालयों के संचालन में की जा रही मनमानी की शिकायतें आइजीआरएस पोर्टल पर पहुंच रहीं हैं। खासकर एक दूसरे समूह की महिलाएं ही इसकी शिकायत कर रहीं हैं। माह भर में 50 से अधिक शिकायतें इस तरह की पोर्टल पर पहुंच रहीं हैं।