रोशनी से नहाया शहर, श्रद्धालुओं का रेला
भ्नगर के ऐतिहासिक भरत मिलाप के भाव भरे दृश्य को देखने के लिए गुरुवार शाम से ही हजारों लोग मेला क्षेत्र में आ गए। इस महापर्व को यादगार बनाने के लिए पूरे नगर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। भरत मिलाप शुक्रवार को सुबह चौक घंटाघर में होगा।
जासं, प्रतापगढ़ : नगर के ऐतिहासिक भरत मिलाप के भाव भरे दृश्य को देखने के लिए गुरुवार शाम से ही हजारों लोग मेला क्षेत्र में आ गए। इस महापर्व को यादगार बनाने के लिए पूरे नगर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। भरत मिलाप शुक्रवार को सुबह चौक घंटाघर में होगा।
भरत मिलाप जिले का सबसे बड़ा धार्मिक, सांस्कृतिक व सामाजिक उत्सव होता है। इसको देखने के लिए हजारों लोग आते हैं। इस बार भी कई दिन से हो रही तैयारी के बाद जब वह पल आया तो हजारों लोग नगर में दाखिल हो गए। पूरा नगर बिजली की झालरों से सजा दिया गया। चौक घंटाघर को विशेष रूप से सजाया गया है। देर रात दलों व कलात्मक चौकियों के निकलने व प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हो गया। प्रतापगढ़ शहर का भरत मिलाप कई जिलों में प्रसिद्ध है। इसके लिए रामलीला कमेटी ने पसीना बहाया। शाम से ही शहर में लोग आने लगे। रात आठ बजे से लोगों की भीड़ मेला क्षेत्र में बढ़ने लगी।
भंगवा चुंगी से लेकर सदर बाजार तक हाईवे पर जगह-जगह सजावट की गई है। चौक क्षेत्र में सबसे अधिक भीड़ रही। यहां पर लोगों ने परिवार के साथ मेला देखा। सड़कों के किनारे बैठकर और खड़े होकर उन्होंने कलात्मक चौकियों पर हो रहे मंचन का आनंद लिया। जगह-जगह गेट आकर्षक लग रहे थे।
छावनी बना मेला क्षेत्र : मेला क्षेत्र में खाकी का पहरा रहा। भारत तिब्बत सीमा पुलिस के साथ सिविल पुलिस और पीएसी के जवान सतर्क नजर आए। मेला क्षेत्र को छह सेक्टर में बांटा गया है। इस बार डीजे के शोर पर लगी रोक से मेले में आए लोगों को सुकून महसूस हो रहा था।