नौ माह तक के बच्चों को लगेगा निमोनिया का टीका
शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए जिले में नौ माह की आयु वाले बच्चों को निमोनिया रोधी वैक्सीन लगाई जाएगी। इस टीके की डिमांड शासन को भेजी गई है। अगले महीने से यह टीकाकरण शुरू होगा। इसको लेकर गुरुवार को सीएमओ कार्यालय के शास्त्री सभागार में कार्यशाला की गई। इसमें शामिल हुए डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने कहा कि बच्चों को बीमारी से बचाने को यह टीका कारगर साबित होगा।
जासं, प्रतापगढ़ : शिशु मृत्यु दर रोकने के लिए जिले में नौ माह की आयु वाले बच्चों को निमोनिया रोधी वैक्सीन लगाई जाएगी। इस टीके की डिमांड शासन को भेजी गई है। अगले महीने से यह टीकाकरण शुरू होगा। इसको लेकर गुरुवार को सीएमओ कार्यालय के शास्त्री सभागार में कार्यशाला की गई। इसमें शामिल हुए डीएम डॉ. रूपेश कुमार ने कहा कि बच्चों को बीमारी से बचाने को यह टीका कारगर साबित होगा। इस अभियान को पूरी निष्ठा व संवेदना से चलाया जाए। डब्ल्यूएचओ के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ. आलोक कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. सीपी शर्मा, सीएमएस जिला अस्पताल डा. पीपी पांडेय, सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी महेश सिंह, डीपीएम राज शेखर, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी आरपी सिंह भी मौजूद रहे। यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
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तीन बार में लगेगा टीका
कार्यशाला में सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि यह वैक्सीन जिला वैक्सीन भंडार में एक अगस्त को आ जाएगी। जनपद व ब्लाक स्तरीय प्रशिक्षण के बाद आठ अगस्त से एक वर्ष से छोटे बच्चों को तीन डोज में लगाई जाएगी। प्रथम डोज डेढ़ माह में, द्वितीय साढ़े तीन माह व तृतीय बूस्टर डोज नौ माह के बच्चों को लगेगी। वास्तव में छोटे बच्चों की मृत्यु का मुख्य कारण निमोनिया है। वर्ष 2015 के अनुमान के दौरान भारत में हर एक हजार नवजात शिशुओं में से सात बच्चों की निमोनिया से मृत्यु हो जाती है। पीसीवी वैक्सीन (न्यूमोकोकल कंजूगेट वैक्सीन) न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से होने वाले न्यूमोनिया व अन्य बीमारियों से बचाव का सबसे कारगर तरीका है। यह काफी वैक्सीन है, जो अभी तक प्राइवेट चिकित्सकों के पास ही उपलब्ध थी। भारत सरकार अब उसे नियमित टीकाकरण में शामिल कर चुकी है। यह बच्चों को मुफ्त में लगेगा।