चाचा-भतीजे का शव घर लाए जाने पर गूंजी चीत्कार
सड़क हादसे में जान गंवाने वाले चाचा-भतीजे का शव घर लाया गया तो स्वजनों में कोहराम मच गया। शवों को क्षेत्र से गुजरी सई नदी के किनारे दफना दिया गया।
रानीगंज : सड़क हादसे में जान गंवाने वाले चाचा-भतीजे का शव घर लाया गया तो स्वजनों में कोहराम मच गया। शवों को क्षेत्र से गुजरी सई नदी के किनारे दफना दिया गया।
रानीगंज थाना क्षेत्र के बालीपुर गांव के विजयचंद्र उर्फ पिटू व उसका भतीजा शुभम उर्फ गोलू सरोज शनिवार को बादशाहपुर गैस सिलेंडर लेने गए थे। वहां से वह वापस घर आ रहे थे कि रायबरेली-जौनपुर हाईवे पर बादशाहपुर थाना क्षेत्र के दौलतिया के पास ट्रक की चपेट में आने से दोनों की मौत हो गई थी। रविवार को जौनपुर में पोस्टमार्टम के बाद शव को शाम पांच बजे घर लाया गया तो स्वजनों में कोहराम मच गया। मृतक विजय चंद्र के घर की माली हालत ठीक नहीं है। वह मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था। उसके दो बेटी हैं। वहीं उसका भतीजा शुभम कक्षा नौ का छात्र था। शुभम दो भाइयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई शिवम हाईस्कूल का छात्र है। दोनों की मौत से घर में कोहराम मचा है। बेटे की गम में मां रो-रोकर बेहोश हो जा रही थी। वहीं विजय चंद्र की पत्नी आरती दहाड़े मार कर रो रही थी और यही कह रही थी कि अब उसके घर की नैया कैसे चलेगी। उसकी बेटियों को कौन पढ़एगा । चाचा-भतीजे की एक साथ उठी अर्थी
चाचा-भतीजे की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद जब शव घर लाया गया और उसके बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगे तो जुटी भीड़ के आंखों में आंसू जहां छलकने लगे। वहीं घरवाले दहाड़े मार कर रो रहे थे। हर कोई यही कह रहा था कि शायद भगवान को यही मंजूर था कि आज चाचा भतीजा की अर्थी एक साथ उठ रही है।
विधायक ने जताई संवेदना
विधायक अभय कुमार धीरज ओझा भी बालीपुर गांव पहुंच कर मृतक विजय व मृतक शुभम के घर पहुंचकर संवेदना जताई और हर संभव मदद कराने की बात कही।