इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर किया हंगामा
प्रतापगढ़ : ग्राम पंचायत अधिकारी राजकुमार पांडेय के परिजनों का गुस्सा इलाज में लापरवाही क
प्रतापगढ़ : ग्राम पंचायत अधिकारी राजकुमार पांडेय के परिजनों का गुस्सा इलाज में लापरवाही को लेकर भड़का था। बवाल देख डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को पसीना छूट गया था। इमरजेंसी वार्ड के साथ ही अन्य वार्डो से भी स्वास्थ्य कर्मी हट गए थे। अस्पताल में खाकी का पहरा था।
सुखपालनगर के पास सड़क हादसे में घायल ग्राम पंचायत अधिकारी राजकुमार पांडेय (50) को शाम 7.25 बजे जब जिला अस्पताल लाया गया तो उस समय ड्यूटी पर ईएमओ डा.सुमित पांडेय व फार्मासिस्ट डा.एलके मिश्रा थे। स्ट्रेचर से राजकुमार को इमरजेंसी कक्ष में लाया गया। ईएमओ ने फौरन आला लगाकर चेक किया और उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोई प्राथमिक उपचार नहीं किया गया, यही आरोप लगाकर परिजन हंगामा करने लगे। पुरानी घटनाओं को देखते हुए ईएमओ, फार्मासिस्ट समेत स्वास्थ्य कर्मियों ने वहां से चुपके से खिसक लेना मुनासिब समझा।
परिजन जब इमरजेंसी कक्ष में तोड़फोड़ करते हुए चारों ओर ईएमओ को तलाशने लगे तो स्वास्थ्य कर्मियों को पसीना छूट गया। इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर रही स्टार्फ नर्स भी पीछे के रास्ते से निकल गई। हंगामा देख सर्जिकल वार्ड, पेइंग वार्ड समेत अन्य वार्डों से भी स्वास्थ्य कर्मी भाग निकले। हंगामा कर रहे परिजन सिर्फ इमरजेंसी कक्ष से भाग निकले ईएमओ डा.सुमित पांडेय को बुलाने की मांग पर अड़े थे। उनका कहना था कि ईएमओ ने कोई इलाज नहीं किया। डाक्टर की लापरवाही से राजकुमार की मौत हुई है। घटना की सूचना पर तमाम ग्राम पंचायत अधिकारी, कर्मचारी नेता भी अस्पताल पहुंच गए थे। बवाल की सूचना पर पहुंचे एडीएम सोमदत्त मौर्य, एसडीएम सदर पंकज वर्मा, सीओ सिटी राम आशीष यादव आक्रोशित परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन वह कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। रात लगभग नौ बजे सदर विधायक के प्रतिनिधि अभिषेक पांडेय पहुंचे और परिजनों को कार्रवाई कराने का आश्वासन देकर शांत कराने का प्रयास किया। इसके बाद परिजनों ने ईएमओ व सीएमएस के खिलाफ तहरीर सीओ सिटी को दिया। इस तरह लगभग दो घंटे तक अस्पताल में बवाल चलता रहा।