भट्ठा मालिक सहित पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज
जहरीली शराब पीने से दो श्रमिकों की हुई मौत की घटना में पुलिस ने भट्ठा मालिक सहित पांच नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने भट्ठे के मुंशी को गिरफ्तार कर लिया है।
संसू, मकूनपुर : जहरीली शराब पीने से दो श्रमिकों की हुई मौत की घटना में पुलिस ने भट्ठा मालिक सहित पांच नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने भट्ठे के मुंशी को गिरफ्तार कर लिया है।
कोहंडौर थाना क्षेत्र के चंद्रभानपुर गांव में मुन्ना पांडेय का ईंट भट्ठा हैं। उनके भट्ठे के दो श्रमिकों की जहरीली शराब पीने से गुरुवार को मौत हो गई थी। पुलिस को सूचना दिए बिना श्रमिक रोहित के शव का प्रयागराज में अंतिम संस्कार करा दिया गया था। पुलिस को सूचना न देने और साक्ष्य को नष्ट करने के मामले में पुलिस ने भट्ठा मालिक मुन्ना पांडेय निवासी सोनबरसा उनके भतीजे कपिल पांडेय, मुंशी संजय शर्मा, शराब तस्कर श्याम लाल निवासी चंद्रभानपुर, राम तीरथ निवासी लोहारन का पुरवा और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ दारोगा कौशलपति यादव ने शुक्रवार की देर रात मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने भट्ठे के मुंशी संजय शर्मा निवासी किधौली थाना संग्रामगढ़ को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया हैं। पुलिस ने भट्ठे से कपिल पांडेय को सुबह पकड़कर थाने ले गई।
उधर, जिला अस्पताल में भर्ती भट्ठा मालिक मुन्ना पांडेय को शनिवार को दोपहर बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। पुलिस ने भट्ठा मालिक और उनके भतीजे कपिल को शनिवार को दोपहर बाद निजी मुचलके पर छोड़ दिया। इस बारे में कोहंडौर एसओ रतनलाल कनौजिया ने बताया कि साक्ष्य मिटाने के आरोप में भट्ठा मालिक मुन्ना पांडेय समेत पांच नामजद और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। भट्ठे के मुंशी संजय शर्मा को गिरफ्तार करके मामले की जांच की जा रही हैं।
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मृतक के स्वजन घर भेजने की कर रहे हैं मांग
संसू, कोहंडौर : ईंट भट्ठे पर जहरीली शराब पीने से हुई मौत के बाद मृतक श्रमिकों के स्वजन डरे हुए हैं। अब वे घर भेजने की मांग कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन व भट्ठा मालिक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है।
कोहंडौर थाना क्षेत्र के चंद्रभानपुर गांव में स्थित मुन्ना पांडेय के ईंट भट्ठे पर गुरूवार की शाम जहरीली शराब पीने से श्रमिक रोहित व लैल की मौत हो गई थी। इस घटना से मृतक के स्वजन भयभीत हैं। मृतक रोहित के पिता गड़ाराम और उसके बहनोई कैलाश का कहना है कि अब तो उनका सब कुछ लुट गया है। अब तो परिवार सहित कोई उन्हें गांव भेजने में मदद कर दें। यही उनके लिए सबसे बड़ी मदद होगी। गड़ाराम ने बताया कि उसके बेटे रोहित की मौत बीमारी से नहीं बल्कि शराब पीने से हुई है। अब हम सब यहां नहीं रहना चाहते हैं। मृतक की पत्नी शिवानी , उसके बच्चे बजरंग (4) व आशीष (3) दो बहनें, बहनोई भट्ठे पर रुके हैं। अब इन्हें घर भेजने में न तो प्रशासन मदद कर रहा है और न ही भट्ठा प्रबंधन।