इनका मिशन, सीखकर योग-समाज हो निरोग
प्रतापगढ़ निरोग रहने के लिए योग सशक्त माध्यम है। इसे कहकर नहीं करके दिखा रहे हैं
प्रतापगढ़ : निरोग रहने के लिए योग सशक्त माध्यम है। इसे कहकर नहीं, करके दिखा रहे हैं जिले के कई योग प्रशिक्षक। वह खुद तो स्वस्थ हैं ही दूसरों को भी इसका लाभ पहुंचा रहे हैं। योग दिवस पर इनका उत्साह और बढ़ जाता है। जिस कोरोना काल से हम लोग गुजर रहे हैं उसमें हमारे शरीर,मन और आत्मा का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। योग केवल हमारे शरीर के कष्टों का ही नहीं बल्कि मानसिक रोगों का भी पूर्णत: निवारण करता है। जिले में बहुत सारे लोग पतंजलि योग समिति से जुड़ कर लोगों को निरोग बना रहे हैं। इनके प्रयास से शहर से अंचल तक योग की धारा बह रही है।
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संस्कृत पढ़कर हो गईं योग की
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जिले के ओझला गांव निवासी दुर्गेश योगी योग के वरिष्ठ प्रशिक्षक हैं। इनकी बेटी आकांक्षा ने तीन साल तक पतंजलि हरिद्वार में रहकर योग की ट्रेनिग ली। इविवि से संस्कृत की डिग्री लेने के बाद आकांक्षा ने खुद को योग को समर्पित कर दिया। जागरण से बातचीत में बताया कि इसकी प्रेरणा पिता से मिली। योग से हमारा निजी जीवन के साथ व्यवहारिक जीवन भी उन्नत होता है। इससे एक सकारात्मकता बनी रहती है।
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खुद आजमाया तो बनीं प्रशिक्षक
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शहर के पंजाबी मार्केट निवासी अनु पंजवानी ने स्थानीय एमडीपीजी कालेज से बीएससी करने के बाद योग से जुड़ गई। अब वह फिटनेस ट्रेनर बन गई है। अपना खुद का योगा क्लास चला रही है। इसमें सौ से अधिक बच्चे योग सीख रहे हैं। अनु बताती हैं कि कोरोना का संक्रमण उन लोगों को जल्दी अपना शिकार बना सकता है, जिनकी इम्युन पावर बहुत कमजोर होती है। योग से यह शक्ति बढ़ती है। योग से जुड़ने से पहले अनु का वजन बहुत अधिक था। इससे वह परेशान रहा करती थी। योग से जुड़ने के बाद सारी समस्या दूर हो गई।
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स्कूली बच्चों को दे रहे योग की तालीम
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संसू, लालगंज : प्राइमरी स्कूल के शिक्षक जय प्रकाश पांडेय स्कूली बच्चों को योग की तालीम दे रहे हैं। वह बताते हैं कि मन की स्थिति को मजबूत करने के लिए अनुलोम विलोम, प्राणायाम व प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कपाल भाति व भस्त्रिका तथा गले एवम फेफड़े को स्वस्थ रखने के लिए उज्जायी सांस या प्राणायाम रामबाण औषधि की तरह कार्य करती है। वह योग के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज लालगंज के परिसर में जय प्रकाश व उषा पांडेय की देखरेख में योग प्रशिक्षण होता है।
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संक्रमण के बाद प्रतिकूल प्रभाव से बचाता है योग
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संसू, कुंडा : बेंती के पूर्व प्रधान राकेश ग्रामीणों को योग सिखा रहे हैं। उनका कहना है कि कोविड-19 और अन्य बीमारी के संक्रमण से बचाव के लिये तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में योग की विशेष भूमिका है। लॉकडाउन के चलते जब सभी लोग घरों में सीमित रह गए और शारीरिक क्रिया-कलाप कम हो गए। इसका प्रतिकूल प्रभाव शारीरिक और मानसिक स्तर पर पड़ा। राकेश का कहना है कि जो लोग संक्रमित हो गए थे, उन्हें संक्रमण के बाद होने वाले अन्य प्रतिकूल प्रभाव से योग बचाता है। उन्होंने ने बताया कि सोमवार को निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार के साथ योग करें। उन्होंने विश्व योग दिवस के दिन सुबह सात बजे से 7.45 बजे तक उचित आसन और प्राणायाम कर विश्व योग दिवस को सफल बनाने को कहा।
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घर पर योग करेंगे प्रिसिपल शिक्षक व बच्चे
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रिसिपल, शिक्षक व बच्चे घर पर ही रह कर योग करेंगे। इसके साथ ही बच्चे योग से संबंधित तीन प्रतियोगिताओं में आनलाइन सहभागिता करेंगे। इसके लिए डीआइओएस ने सभी माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी किया है। कोरोना के संक्रमण को देखते हुए इस बार सामूहिक रूप से योग का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा। जिले के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य, शिक्षक, अभिभावक व बच्चे योग दिवस पर घर पर रहकर सुबह सात बजे से 45 मिनट तक योग करेंगे।