एआइएमआइएम का जुलूस रोकने पर झड़प, 19 नामजद समेत 500 अज्ञात पर मुकदमा
नामांकन के पहले भाजपा कार्यालय के सामने एआइएमआइएम के जुलूस रोकने पर प्रत्याशी क
प्रतापगढ़ : नामांकन के पहले भाजपा कार्यालय के सामने एआइएमआइएम के जुलूस रोकने पर प्रत्याशी के समर्थकों ने कोतवाल से झड़प की। पुलिस के रोकने के बावजूद तमाम लोग धकियाते हुए सदर तहसील गेट तक पहुंच गए। हालांकि वहां से प्रत्याशी और उनके प्रस्तावक ही नामांकन स्थल परिसर में प्रवेश कर सके। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने बिना अनुमति जुलूस निकालने एवं सड़क जाम करने के मामले में रिपोर्ट दर्ज कर ली।
सदर सीट के उपचुनाव की अधिसूचना जारी होते ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई। इसके मद्देनजर प्रत्याशियों के नामांकन जुलूस निकालने पर रोक है। हालांकि गुरुवार को जिला प्रशासन की यह आदेश कागजी ही साबित हुआ। ऑल इंडिया मजलिस-ए-एतेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रत्याशी इरशाद अहमद भारी भरकर जुलूस के साथ आजादनगर स्थित कार्यालय से दोपहर करीब 12 बजे नामांकन स्थल के लिए रवाना हो गए। जुलूस भीड़भाड़ वाले जिला अस्पताल के सामने से चौक होकर जब भाजपा कार्यालय के सामने पहुंचा, तब पुलिस की आंख खुली। कोतवाल सुरेंद्रनाथ हमराहियों के साथ भाजपा कार्यालय के सामने जुलूस को रोकने लगे। पहले संख्या कम थी, इसलिए लोग रुक गए। इसी बीच सैकड़ों समर्थकों के जुलूस के साथ प्रत्याशी आ गए। उन्हें रोकने के दौरान पुलिस को पसीना छूटने लगा। समर्थक कोतवाल से झड़प करने लगे। कोतवाल के तमाम प्रयास के बावजूद पुलिस कर्मियों को धकियाते हुए तमाम समर्थक तहसील गेट तक पहुंच गए। तहसील गेट पर लगे बैरियर से सिर्फ प्रत्याशी और उनके 20 प्रस्तावकों को ही अंदर जाने दिया गया। दो सेट में परचा दाखिल करना था, इसलिए 20 प्रस्तावकों को अंदर जाने दिया गया। इस बारे में जब निर्वाचन अधिकारी व एसडीएम सदर विजयपाल सिंह से यह पूछा गया कि क्या प्रत्याशी ने जुलूस निकालने के लिए परमीशन ली थी तो उनका कहना था कि उनकी ओर से कोई परमीशन नहीं दी गई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बिना अनुमति जुलूस निकालने एवं इससे रोड जाम होने के संबंध में एआइएमआइएम प्रत्याशी इरशाद अहमद सहित कुल 19 नामजद व 500 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। प्रशासन के पास जुलूस और झड़प के वीडियो फुटेज भी हैं।