प्राइमरी स्कूल में घुसकर शिक्षक समेत दो से लूट
संसू मंगरौरा प्रतापगढ़ जिले में अपराध का पारा कितना चढ़ा हुआ है इसे बदमाशों ने शनि
संसू, मंगरौरा, प्रतापगढ़ : जिले में अपराध का पारा कितना चढ़ा हुआ है, इसे बदमाशों ने शनिवार को एक बार फिर साबित कर दिया। वह दिन दहाड़े प्राइमरी स्कूल में घुसकर क्लास रूम से शिक्षक व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से जेवरात व मोबाइल लूट ले गए। पुलिस ने बदमाशों का पीछा करने की बजाय केवल तहरीर पाने पर संतोष कर लिया।
कोतवाली क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अर्जुनपुर में आगंनबाड़ी केंद्र भी चलता है। शनिवार सुबह लगभग नौ बजे कक्षाएं चल रहीं थीं। इस दौरान दो युवक विद्यालय परिसर के आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को पढ़ा रही कार्यकर्ता दुर्गावती सरोज के पास गए और किसी सुनील वर्मा के बारे में पूछा। जानकारी न होने पर सरोज ने नहीं बताया। इस पर वह दोनों वहां से चले गए। दरअसल, वह रेकी करने आए थे। जिसे स्कूल के लोग उस वक्त नहीं समझ सके। लगभग एक घंटे बाद वही दोनों चेहरे को ढककर बाइक से आए। बाइक विद्यालय प्रांगण में चालू ही खड़ी करके तमंचा निकाल लिया। एक बदमाश कक्षा में घुस गया और दूसरा आंगनबाड़ी केंद्र की तरफ बढ़ा। बदमाशों ने पहुंचते ही सहायक अध्यापक नितिन श्रीवास्तव और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता दुर्गावती पर तमंचा तान दिया। शिक्षक का स्मार्ट फोन व दुर्गावती का सोने का झुमका व गले की चेन लूट ली। दोनों बदमाश रसोइयां अनारा देवी की तरफ बढ़े तो वह चिल्लाई.उसके पहने हुए नकली हैं तो बदमाश रुक गए। इसके बाद बदमाश उसी बाइक पर सवार होकर पट्टी की तरह भाग निकले। प्रधानाध्यापक शैलेश यादव शनिवार को छुट्टी पर थे। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे। कोतवाल पट्टी अखिलेश प्रताप सिंह भी पहुंचे। उन्होंने बताया लूट की तहरीर मिली है। जांच की जा रही है।
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सहमे रहे नौनिहाल, बोलती बंद
जिस समय बदमाश वारदात को अंजाम दे रहे थे उस वक्त क्लास में व अन्य क्लासों में पढ़ रहे बच्चे भयभीत हो गए थे। वह समझ नहीं पा रहे थे कि कौन है तो गुरुजी से मोबाइल जबरन ले रहा है। जाते-जाते बदमाशों ने शोर मचाने पर गोली मारने की धमकी भी दी। इससे किसी की बोलती नहीं निकली।
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पड़ोसी को भनक नहीं
विद्यालय से सटकर सुग्रीव सरोज का घर है, लेकिन उन लोगों को घटना की भनक तक नहीं लगी। नितिन ने डायल हंड्रेड को घटना के बारे में सूचित किया। दिन दहाड़े हुई इस घटना की सूचना जब बच्चों के अभिभावकों को मिली तो वे भागकर मौके पर पहुंचे और अध्यापकों से घटना के बारे में जानकारी ली। बच्चों को सकुशल पाकर राहत की सांस ली।