रोजाना 200 कुंतल गेहूं न खरीदने वाले केंद्र प्रभारियों पर होगी कार्रवाई
क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद अभी रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। शासन से सभी केंद्र प्रभारियों को रोजाना 200 कुंतल गेहूं खरीदने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन कई केंद्र प्रभारी लक्ष्य के सापेक्ष खरीद नहीं कर रहे हैं। दो दिन बाद गेहूं खरीद की समीक्षा डीएम द्वारा की जानी है। इसमें लापरवाही बरतने वाले केंद्र प्रभारियों के खरीद का ब्योरा डीएम के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। ऐसे में कई केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद अभी रफ्तार नहीं पकड़ सकी है। शासन से सभी केंद्र प्रभारियों को रोजाना 200 कुंतल गेहूं खरीदने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन कई केंद्र प्रभारी लक्ष्य के सापेक्ष खरीद नहीं कर रहे हैं। दो दिन बाद गेहूं खरीद की समीक्षा डीएम द्वारा की जानी है। इसमें लापरवाही बरतने वाले केंद्र प्रभारियों के खरीद का ब्योरा डीएम के सामने प्रस्तुत किया जाएगा। ऐसे में कई केंद्र प्रभारियों पर कार्रवाई होनी तय मानी जा रही है।
जिले भर में एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू है। इसमें खाद्य विभाग व पीसीएफ के कुल 52 क्रय केंद्र गेहूं की खरीद करने के लिए खोले गए हैं। खाद्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो माह भर के भीतर करीब ढाई हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई है। एक ओर जहां कोरोना के चलते किसान अपना गेहूं क्रय केंद्र पर बेचने नहीं आ रहे हैं, वहीं केंद्र प्रभारी गेहूं विक्रय करने के लिए किसानों से संपर्क करके उनको जागरूक नहीं कर रहे हैं। यही वजह है कि गेहूं खरीद की प्रगति काफी खराब चल रही है। हालांकि सबसे खराब प्रगति वाले विपणन के आधा दर्जन से अधिक व पीसीएफ के भी करीब दर्जन भर केंद्र प्रभारी कार्रवाई की जद में हैं। डिप्टी आरएमओ अजीत कुमार त्रिपाठी ने बताया कि प्रत्येक केंद्र प्रभारी को रोजाना 200 कुंतल गेहूं खरीदने का लक्ष्य दिया गया है। कई केंद्र प्रभारी ऐसे हैं, जो निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष गेहूं की खरीद नहीं कर पाए हैं। उनके विरुद्ध अब कड़ा कदम उठाया जाएगा। डिप्टी आरएमओ समेत विपणन अफसर गेहूं खरीद केंद्रों का जायजा ले रहे हैं। खराब प्रगति पर वह केंद्र प्रभारियों को सख्त निर्देश भी दे रहे हैं।