सई को प्रदूषण से बचाने को भेजा 32 करोड़ के प्रोजेक्ट का प्रस्ताव
सई नदी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए केंद्र सरकार को 32.56 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट भेजा गया है। इस पैसे से शहर के चार बड़े नालों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा। शहर 25 वार्डों से बंटा है। करीब-करीब पूरे शहर के घरों का गंदा पानी नालों के जरिए सई नदी में गिरता है। इससे सई नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। करीब 12 साल पहले शहर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण सई नदी के किनारे कराया गया था। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने के बाद शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था जो आज भी अधूरा पड़ा है। हालांकि उसे पूरा करने के लिए बजट की मांग की गई थी लेकिन पैसा आज तक नहीं मिल सका।
संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : सई नदी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए केंद्र सरकार को 32.56 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट भेजा गया है। इस पैसे से शहर के चार बड़े नालों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा जाएगा।
शहर 25 वार्डों से बंटा है। करीब-करीब पूरे शहर के घरों का गंदा पानी नालों के जरिए सई नदी में गिरता है। इससे सई नदी का पानी प्रदूषित हो गया है। करीब 12 साल पहले शहर में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण सई नदी के किनारे कराया गया था। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने के बाद शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था, जो आज भी अधूरा पड़ा है। हालांकि उसे पूरा करने के लिए बजट की मांग की गई थी, लेकिन पैसा आज तक नहीं मिल सका।
इस बीच नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार ने नमामि गंगे परियोजना लागू की गई है। इसी योजना के तहत शहर के चार बड़े नालों भुलियापुर, केपी कालेज, सदर और रामलीला मैदान नाला को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ने का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। भुलियापुर नाला मां बेल्हा देवी मंदिर के उत्तरी छोर सई नदी से जुड़ा है। जबकि केपी कालेज नाला दक्षिणी चोर, सदर और रामलीला मैदान नाला सई नदी पुल के पास जुड़ा है। इन्हीं चार प्रमुख नालों से शहर के अधिकांश हिस्से का गंदा पानी गिरता है।
इन चारों नालों को जोड़ने और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के उपकरणों को बदलने में कुल 32.56 करोड़ रुपये की लागत आई है। यह प्रोजेक्ट तैयार करके जल निगम ने केंद्र सरकार को भेज दिया है। हालांकि अभी तक बजट मंजूर नहीं हुआ है।
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-शहर के चार बड़े नालों को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ने के लिए 32.56 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट केंद्र सरकार को भेजा गया है-
घनश्याम द्विवेदी, एक्सईएन, जल निगम