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16 करोड़ खर्च, फिर भी सीवर लाइन अधूरी

शहर में सीवर लाइन बिछाने के लिए 16 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। फिर भी सीवर लाइन अधूरी है। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2007 में शहर के लिए सीवेज निस्तारण की योजना स्वीकृत की थी। बजट वित्तीय वर्ष 2009-10 में जारी हुआ था। 18.20 करोड़ से शहर में 12.47 किमी सीवर लाइन बिछनी थी। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का कराया जाना था। सई नदी के किनारे जमीन मिलने पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में शुरू कराया गया। दिसंबर 2011 में एसटीपी तैयार हो गया। फिर जनवरी 2012 से शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Jan 2021 05:04 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 05:04 PM (IST)
16 करोड़ खर्च, फिर भी सीवर लाइन अधूरी
16 करोड़ खर्च, फिर भी सीवर लाइन अधूरी

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : शहर में सीवर लाइन बिछाने के लिए 16 करोड़ रुपये खर्च कर दिए गए। फिर भी सीवर लाइन अधूरी है।

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प्रदेश सरकार ने वर्ष 2007 में शहर के लिए सीवेज निस्तारण की योजना स्वीकृत की थी। बजट वित्तीय वर्ष 2009-10 में जारी हुआ था। 18.20 करोड़ से शहर में 12.47 किमी सीवर लाइन बिछनी थी। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का कराया जाना था। सई नदी के किनारे जमीन मिलने पर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य वर्ष 2010 में शुरू कराया गया। दिसंबर 2011 में एसटीपी तैयार हो गया। फिर जनवरी 2012 से शहर में सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया गया था।

सीवर लाइन बिछाने में जमकर अनियमितता बरती गई। मानकों की अनदेखी की गई। इस योजना का 1.78 करोड़ रुपये तत्कालीन अधिशासी अभियंता ने दूसरी योजनाओं पर व्यय कर दिया। बाकी बची धनराशि 16.42 करोड़ रुपये खर्च कर दिया गया, इसके बाद भी सिर्फ 6.70 किमी ही सीवर लाइन बिछ सकी। यानी अभी भी करीब छह किमी पाइप लाइन बिछनी बाकी है। जो सीवर लाइन बिछी है, वह भी जगह-जगह जर्जर हो गई है।

निर्माण के करीब नौ साल बाद भी एसटीपी ठप पड़ी रही, इससे उसके कई उपकरण खराब हो गए। अब खराब उपकरणों की मरम्मत सहित एसटीपी को चलाने के लिए 3.54 करोड़ रुपये की और दरकार है। 3.54 करोड़ रुपये की डिमांड जल निगम ने नगर विकास विभाग से की है। हालांकि अभी तक बजट स्वीकृत नहीं हो सका है। इस तरह 16.42 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी शहरवासी जलभराव की समस्या से जूझने को मजबूर हैं। जल निगम के एक्सईएन घनश्याम द्विवेदी ने बताया कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के कुछ उपकरण खराब हो गए हैं। इसके अलावा सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से सीवर लाइन को जोड़ने का काम बाकी है। इसके लिए 3.54 करोड़ रुपये की मांग शासन से की गई है।


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