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इस साल बोर्ड परीक्षा में घट गए 14 हजार परीक्षार्थी

प्रतापगढ़ यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 14

By JagranEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 12:04 AM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 12:04 AM (IST)
इस साल बोर्ड परीक्षा में घट गए 14 हजार परीक्षार्थी
इस साल बोर्ड परीक्षा में घट गए 14 हजार परीक्षार्थी

प्रतापगढ़ : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष 14 हजार 813 परीक्षार्थी कम हो गए हैं। हाई स्कूल में छह हजार 540 तथा इंटर में आठ हजार 338 परीक्षार्थी कम हुए हैं।

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पिछले तीन सालों से यूपी सरकार की सख्ती के चलते बोर्ड की परीक्षा में नकल माफिया पस्त हो चुके हैं। सीसीटीवी एवं वायस रिकार्डर की निगरानी में कराई जा रही परीक्षा से नकल पर काफी लगाम लगी है। इसी का परिणाम रहा कि इस वर्ष हाईस्कूल एवं इंटर की परीक्षा में छात्र-छात्राओं की संख्या घट गई। गत वर्ष हाई स्कूल की परीक्षा में कुल 71 हजार 582 परीक्षार्थी थे। इस बार 65 हजार 42 परीक्षार्थी हाई स्कूल की परीक्षा देंगे। इसी प्रकार इंटरमीडिएट में गत वर्ष 62 हजार 952 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए थे। इस साल 54 हजार 679 परीक्षार्थी इंटर की परीक्षा में शामिल होंगे। गत वर्ष जिले में बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 210 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस साल कितने केंद्र बनाए जाएंगे इसका निर्धारण अभी नहीं हो सका है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ संतोष कुमार सिंह ने बताया कि इस साल गत वर्ष की अपेक्षा 14813 परीक्षार्थी कम हुए हैं। परीक्षा केंद्र बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। विद्यालयों द्वारा दी गई सूचनाओं को बोर्ड की वेबसाइट पर भेजा जा रहा है।

फर्जी प्रमाण पत्र मामले में प्रधान बर्खास्त, त्रिस्तरीय टीम गठित : विकासखंड पट्टी के पूरेदेवजानी गांव के प्रधान को फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में डीएम ने बर्खास्त करके ग्राम सभा के संचालन के लिए त्रिस्तरीय टीम गठित कर दिया। गांव के ही आशिक अली ने प्रधान पर पिछड़ी जाति का फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाने का आरोप लगाते हुए उसके विरुद्ध उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। उच्च न्यायालय ने 10 जनवरी 2018 को मामला डीएम स्तर का है, कह कर खारिज कर दिया था। आशिक अली ने जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति के सामने याचिका दायर की। समिति ने 25 जुलाई 2019 को प्रधान जुनैद अहमद का जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया और एक पक्ष के अंदर कारण बताओ नोटिस जारी किया। 31 अगस्त 2019 को अपने बचाव में प्रधान ने कहा कि मामला मंडलायुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति के समक्ष विचाराधीन है। इसलिए यह नोटिस वापस ली जाए। परंतु ऐसी दशा में जुनैद अहमद का प्रधान पद पर बने रहकर ग्राम प्रधान पद के दायित्वों का निर्वहन एवं वित्तीय प्रशासनिक कार्यो का संचालन करना न्याय संगत नहीं प्रतीत होता है, कह कर डीएम ने बीते शनिवार को प्रधान जुनैद अहमद को बर्खास्त करते हुए ग्राम पंचायत संचालन के लिए आशीष कुमार, मुनिराज वर्मा और छुटकी को शामिल करते हुए त्रिस्तरीय टीम गठित कर दिया। एडीओ पंचायत मंगरू सिंह ने बताया कि डीएम के आदेश पर प्रधान को बर्खास्त कर त्रिसदस्यीय टीम गठित की गई है।


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