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सरकारी आवास व कार्यालय से गांव भेजे गए 100 सफाई कर्मी

ग्राम पंचायतों की सफाई करने वाले कर्मियों को अफसरों के आवास व कार्यालयों में तैनात किया गया था। इससे एक ओर जहां शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी वहीं गांव की सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा रहता था। विभाग के निदेशक समेत अफसरों के निर्देशों का अमल करते हुए डीपीआरओ ने करीब 100 सफाई कर्मियों को आवास व कार्यालय से हटाकर गांव की सफाई करने के लिए भेज दिया। इसे लेकर काफी चर्चा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 19 Dec 2020 10:42 PM (IST)Updated: Sat, 19 Dec 2020 10:42 PM (IST)
सरकारी आवास व कार्यालय से गांव भेजे गए 100 सफाई कर्मी
सरकारी आवास व कार्यालय से गांव भेजे गए 100 सफाई कर्मी

संवाद सूत्र, प्रतापगढ़ : ग्राम पंचायतों की सफाई करने वाले कर्मियों को अफसरों के आवास व कार्यालयों में तैनात किया गया था। इससे एक ओर जहां शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही थी, वहीं गांव की सफाई न होने से गंदगी का अंबार लगा रहता था। विभाग के निदेशक समेत अफसरों के निर्देशों का अमल करते हुए डीपीआरओ ने करीब 100 सफाई कर्मियों को आवास व कार्यालय से हटाकर गांव की सफाई करने के लिए भेज दिया। इसे लेकर काफी चर्चा है।

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पंचायतीराज विभाग में करीब 2200 से अधिक सफाई कर्मी हैं। इसमें 200 कर्मी नौकरी छोड़ चुके हैं। वर्तमान में करीब दो हजार कर्मी विभाग में हैं। इसमें से 100 से अधिक कर्मी सरकारी विभागों व अफसरों के यहां अटैच किए गए हैं। एक ओर जहां सफाई कर्मी डीएम कैंप कार्यालय, डीडीओ कार्यालय, परियोजना निदेशक सहित अन्य कार्यालयों व सरकारी आवासों पर तैनात किए गए हैं, वहीं कई कर्मी तो अफसरों की गाड़ी चलाते हैं। कई तो उनके आवास की भी जिम्मेदारी संभाल रखे थे। हालांकि विभाग के आयुक्त समेत अफसरों की सख्ती के बाद डीएम कैंप कार्यालय, डीडीओ कार्यालय, परियोजना निदेशक सहित अन्य कार्यालयों से कर्मियों को हटाकर गांव में सफाई करने के लिए भेज दिया गया है। कुछ अधिकारियों ने इस पर तगड़ा विरोध भी जताया। डीपीआरओ ने बताया कि अधिकारियों के कार्यालयों व अन्य जगहों पर तैनात सफाई कर्मियों को वहां से हटाकर गांवों में तैनात कर दिया गया है। गांवों में अगर सफाई करते कर्मी नहीं मिले तो वह कार्रवाई की जद में होंगे। --- कर्मियों को नहीं हटा पाए थे तत्कालीन अफसर

अफसरों के कार्यालयों व आवास से सफाई कर्मियों को हटाने के लिए कई साल से पत्र आ रहा था। तत्कालीन डीपीआरओ शिव शंकर सक्सेना, कुंवर सिंह यादव सहित कई डीपीआरओ आए, मगर दबाव वश कर्मियों को नहीं हटा पाए थे। वहीं वर्तमान में तैनात डीपीआरओ रवि शंकर द्विवेदी की कार्रवाई से काफी चर्चा है।

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पालिका कर्मी कर रहे सफाई

आवास से सफाई कर्मियों को हटाए जाने से सफाई व्यवस्था पर असर पड़ा है। सूत्रों के अनुसार कई आवासों पर पालिका कर्मियों द्वारा सफाई कराई जा रही है। हालांकि पालिका के अफसर इसे खारिज कर रहे हैं। फिलहाल सफाई कर्मियों को सक्षम अधिकारियों के यहां से हटाए जाने को लेकर बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

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गांव की सफाई में आई तेजी

करीब 100 कर्मियों को गांव में तैनात किए जाने से अब गांवों की सफाई में तेजी आई है। हालांकि कुछ कर्मियों को अभी अटैच किया गया है। सोमवार को दफ्तर खुलने के बाद उनको गांव में तैनात किया जाएगा। भारी संख्या में सफाई कर्मियों की तैनाती होने से अब शासन की मंशा के अनुसार गांवों में सफाई हो रही है। --- कई ब्लाक अफसर रडार पर

सक्षम अफसरों के यहां से तो सफाई कर्मियों को हटाया गया, लेकिन कई ब्लाक के एडीओ पंचायत व सचिव भी सफाई कर्मियों से निजी काम ले रहे हैं। हालांकि इस मामले की जानकारी होने पर कई एडीओ पंचायत व सचिव डीपीआरओ की रडार पर हैं। उनको भी चिह्मित किया जा रहा है।


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