रोज-रोज की कलह से निजात पाने को उठाया आत्मघाती कदम
सरनजीत कौर ने तो अपने दोनों लाडलों को संग लेकर मौत को गले लगा लिया। इस हृदयविदारक घटना की पृष्ठिभूमि में पारिवारिक कलह ही बताई जा रही है। हालांकि आत्मघाती वारदात की हकीकत से पर्दा तो पुलिस की तफ्तीश के दौरान ही उठ सकेगा।
जेएनएन, पीलीभीत: मां अपने बच्चों की खातिर कोई भी कुर्बानी देने को तैयार रहती हैं। यही वजह है कि मां की ममता को दुनिया में सबसे बेमिसाल माना जाता है, लेकिन सरनजीत कौर ने तो अपने दोनों लाडलों को संग लेकर मौत को गले लगा लिया। इस हृदयविदारक घटना की पृष्ठिभूमि में पारिवारिक कलह ही बताई जा रही है। हालांकि आत्मघाती वारदात की हकीकत से पर्दा तो पुलिस की तफ्तीश के दौरान ही उठ सकेगा।
माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव बराही निवासी सरनजीत कौर का विवाह करीब आठ साल पहले इसी थाना क्षेत्र के गांव रायपुर बिजलाहा निवासी दलजीत सिंह के साथ हुआ था। उस वक्त सरनजीत कौर ने भी दिल में तमाम तरह के सपने संजोए थे। शादी के बाद कुछ दिन तक सबकुछ ठीकठाक रहा। इस दौरान सरनजीत कौर दो बेटे जीवन ज्योति तथा अमृतपाल की मां बन चुकी थी। वक्त के साथ ही पति और सास ससुर का व्यवहार सरनजीत कौर के साथ बदल गया। रोजाना ही जरा-जरा सी बात पर सरनजीत कौर को ससुराल में तमाम तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। आएदिन उसका पति भी उसके साथ मारपीट करने लगा। वहीं सास-ससुर भी रोजाना कलह करने लगे। सरनजीत पहले तो सबकुछ बर्दाश्त करती रही, यह सोचकर कि इन लोगों का व्यवहार बदल जाएगा। लेकिन ससुराल वालों के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया। पंद्रह दिन पहले घरेलू विवाद पुलिस तक पहुंच गया। उस वक्त दोनों पक्षों के बीच सुलह करा दी गई थी। बताते हैं कि सोमवार को ससुराल वालों ने सरनजीत के साथ मारपीट कर दी। जिससे नाराज होकर उसने दोनों बेटों के संग नहर में कूदकर मौत को गले लगा लिया। माधोटांडा थाना प्रभारी निरीक्षक शहरोज अनवर के मुताबिक गांव वालों ने घरेलू कलह के चलते वारदात होने की बात कही है। मृतका के पति और सास ससुर से पूछताछ के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल घटना की बाबत पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है।