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14 माह बाद कमल हत्याकांड का राजफाश

कमल जोशी ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद शव को फंदे पर लटका दिया गया था। पुलिस ने घटना के 14 माह बाद खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी व भाई को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 10:07 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 10:07 PM (IST)
14 माह बाद कमल हत्याकांड का राजफाश
14 माह बाद कमल हत्याकांड का राजफाश

जेएनएन, बीसलपुर : कमल जोशी ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद शव को फंदे पर लटका दिया गया था। पुलिस ने घटना के 14 माह बाद खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी व भाई को गिरफ्तार कर लिया।

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नगर के मुहल्ला दुबे में संस्कृत पाठशाला के नजदीक कमल जोशी व उसका परिवार रहता था। उस पर एक कंपनी का काफी कर्ज चढ़ा हुआ था। अदायगी न कर पाने पर कंपनी की ओर से उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी गई थी। प्रभारी निरीक्षक केशव कुमार तिवारी ने बताया कि कमल शराब पीने का आदी था। इसी बीच उसकी पत्नी के संबंध अपने देवर से हो गए। शक होने पर कमल ने पत्नी पर बंदिश बढ़ा दी। जिसके चलते देवर-भाभी ने आपस में योजना बनाकर बीते वर्ष 22 मार्च को जब कमल नशे धुत था, उसी समय दोनो ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बाद में शव को फंदे पर लटका दिया। इसके पश्चात पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर कर्ज देने वाली कंपनी के फील्ड ऑफिसर धर्मवीर व गारंटर रिकू दुबे के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा करा दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट को दबा दिया गया। जिससे यह मामला एक साल से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी नहीं खुल सका। पुलिस क्षेत्राधिकारी ललन सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पहले ही मृतक के सीने व सिर में चोट के निशान की बात आई थी। मगर पता नहीं क्यों उस समय पुलिस ने इस पर ध्यान नहीं दिया।


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