मलेरिया का भी बढ़ने लगा प्रकोप
वायरल बुखार के साथ ही जिले में मलेरिया ने भी दस्तक दे दी है।
पीलीभीत : वायरल बुखार के साथ ही जिले में मलेरिया ने भी दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य विभाग ने भी इसकी पुष्टि करते हुए स्वीकार किया कि बीसलपुर व पूरनपुर क्षेत्रों के कुछ गांवों में बुखार पीड़ितों के रक्त की जब जांच की गई तो उनमें मलेरिया का पी वाइवेक्स नामक वायरस पाया गया। जिन गांवों में मलेरिया प्रभावित मरीज पाए गए, वहां अब अभियान चलाकर बुखार पीड़ित अन्य मरीजों के रक्त के नमूने लेकर जांच शुरू कर दी गई है।
पिछले महीने शहर से सटे गांव नौगवां पकड़िया में बुखार पीड़ित एक मरीज की मौत हो गई थी। वास्तव में उसकी मौत सिर्फ बुखार से नहीं बल्कि मलेरिया के फैसीपेरा नामक वायरस का संक्रमण हो जाने की वजह से हुई। दरअसल मलेरिया का फैसीपेरा वायरस काफी खतरनाक माना गया है। इससे संक्रमित व्यक्ति को समय पर सही उपचार न मिल तो उसकी मौत हो सकती है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीमा अग्रवाल ने नौगवां पकड़िया में एक मरीज की इसी वायरस की चपेट में आ जाने से मौत होने की पुष्टि की है। पूरनपुर के करनापुर व खिरकिया गांवों में भी बुखार पीड़ित कई लोगों के रक्त की जांच में मलेरिया के लक्षण पाए गए। बीसलपुर के गांव जसोली, दीवाली में आधा दर्जन से अधिक लोग मलेरिया की चपेट में पाए गए। हालांकि विभाग का कहना है कि परीक्षण में ये सभी मरीज पी वाईवेक्स मलेरिया वायरस से संक्रमित पाए गए। यह वायरस ज्यादा खतरनाक नहीं है। नियमित उपचार से मरीज ठीक हो जाते हैं। सिरदर्द के साथ तेज बुखार आए तो सरकारी अस्पताल जाएं
जिले में मलेरिया के दस्तक देने की पुष्टि होने के बाद डीएम डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र ने सीएमओ को बुलाकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर मलेरिया के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को तेज बुखार आए और साथ ही सिर में दर्द होने लगे तो मरीज को तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाना चाहिए। जिससे मरीज के रक्त की जांच करके तुरंत इलाज शुरू हो सके। डीएम ने शनिवार को अपने कार्यालय में बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें ऐसे गांवों में पहुंच रही हैं, जहां मलेरिया के मरीज मिले हैं। उन गांवों के बुखार पीड़ित अन्य मरीजों के रक्त की भी जांच कराई जा रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य टीमें ग्रामीणों को मच्छरों से बचाव के लिए भी जागरूक करें। अगर कहीं पानी जमा है और उसके निकास की व्यवस्था नहीं है तो उसमें केरोसिन अथवा डीजल कुछ मात्रा में डाल देना चाहिए, जिससे मच्छरों का लार्वा नष्ट हो जाए। सीएमओ ने बताया कि मलेरिया विभाग ने भी लार्वा नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव शुरू करा दिया है। डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी व नगर पालिका की ईओ निशा मिश्रा को शहर में विशेष सफाई अभियान चलाने, फा¨गग कराने के साथ ही शहर से सटे नौगवां पकड़िया में भी सफाई दुरुस्त कराने के निर्देश दिए।