जंगल के आसपास गुजरने वाले वाहनों की होगी पड़ताल
हरदोई ब्रांच नहर में बाघ का शव मिलने की सूचना पर टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश दिए। बाघ के शव को जिस स्थान से निकाला गया वहां का स्थलीय निरीक्षण किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट होने की बात अधिकारियों ने कही है।
पीलीभीत,जेएनएन : हरदोई ब्रांच नहर में बाघ का शव मिलने की सूचना पर टाइगर रिजर्व के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधीनस्थ कर्मचारियों को निर्देश दिए। बाघ के शव को जिस स्थान से निकाला गया वहां का स्थलीय निरीक्षण किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट होने की बात अधिकारियों ने कही है।
बुधवार की देर शाम नहर में बाघ का शव झाड़ियों में फंसा देखा गया था। वन मित्र की तरफ से सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी गई।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व और सामाजिक वानिकी प्रभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर दंदौल पुल से पांच सौ मीटर आगे नहर की पश्चिमी कच्ची पटरी पर शव को मशक्कत के बाद नहर से निकाला। शव को रात में ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व मुख्यालय भेज दिया गया। दूसरे दिन गुरुवार को टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एच राजा मोहन, डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल और सामाजिक वानिकी के डीएफओ संजीव कुमार मौके पर पहुंचे। बाघ को नहर से जिस जगह से निकाला गया था वहां का निरीक्षण किया। फील्ड डायरेक्टर ने दियोरिया रेंज के सेक्शन अधिकारी मोहित कुमार व अन्य कर्मचारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि गश्त के दौरान जंगल के आसपास से निकलने वाले वाहनों की जांच पड़ताल पर विशेष ध्यान रखा जाए। इससे पता चल सकेगा कि वाहन की टक्कर से किसी वन्यजीव की मौत तो नहीं हुई। साथ ही नहर की पटरी पर गश्त की जाए। इसमें किसी प्रकार की कोई कोताही न बरती जाए। फील्ड डायरेक्टर ने बताया कि बाघ नहर में कहां से बहकर आया है। जांच पड़ताल के लिए अधीनस्थों को निर्देशित किया गया है।
आठ माह पहले भी मिला था बाध का शव
हरदोई ब्रांच नहर में आठ माह पूर्व 10 फरवरी को बाघ के शव को टूटा पुल के पास से नहर से निकाला गया था। इससे पहले नहर में एक बाघिन का शव बहकर बंडा थाना क्षेत्र में पहुंच गया था। दंदौल पुल के पास से तीन बाघों के शवों को नहर से बाहर निकाला जा चुका है। बाघ के शव नहर में उतराते हुए देखने पर तमाम प्रकार के कयास लगाए जा रहे हैं।