विवादित भूमि पर पुतला दहन करने मे दो गिरफ्तार
सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला देशनगर गौड़ी स्थित कब्रिस्तान की विवादित भूमि पर रविवार को देररात कुछ शरारतीतत्वों ने रावण का पुतला फूंक दिया जिसके बाद दोनों समुदायों के लोगों में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश नगर मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह समेत भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया।
पीलीभीत,जेएनएन : सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला देशनगर गौड़ी स्थित कब्रिस्तान की विवादित भूमि पर रविवार को देररात कुछ शरारतीतत्वों ने रावण का पुतला फूंक दिया, जिसके बाद दोनों समुदायों के लोगों में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश, नगर मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह समेत भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने लोगों को बलपूर्वक खदेड़ दिया। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। छह से ज्यादा आरोपितों की पुलिस तलाश कर रही है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला देशनगर गौड़ी स्थित कब्रिस्तान की भूमि को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। रविवार की रात करीब साढ़े नौ बजे कुछ शरारतीतत्वों ने नारेबाजी करते हुए रावण का पुतले का दहन कर दिया। यह देख आसपास रहने वाले दूसरे समुदाय के लोगों ने एतराज किया। इस बीच सूचना मिलने पर सदर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश, सीओ सिटी वीरेंद्र विक्रम, नगर मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह आदि भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आसपास के घरों में तलाशी शुरू कर दी। रात करीब साढ़े बारह बजे तक मुहल्ले में अफरा तफरी का माहौल रहा। सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी ने बताया कि मुहल्ला बशीर खां निवासी राम सिंह उर्फ खन्ना तथा मुहल्ला मदीनाशाह निवासी नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि आठ अन्य आरोपितों की तलाश की जा रही है। मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मुहल्ले में स्थिति सामान्य हो गई है। पूर्व में भी कई बार हो चुका है विवाद
कब्रिस्तान की भूमि को लेकर दोनों समुदायों के लोगों के बीच पहले भी कई बार विवाद हो चुका है। इसी साल होली के दौरान भी लाल रोड स्थित पुलिया के पास होलिका दहन किए जाने को लेकर दोनों समुदायों के लोगों के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की थी। 28 मई को भी दीवार का निर्माण किए जाने को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हो गया था।