Move to Jagran APP

तालाब में नहाते समय दो बच्चों की डूबकर मौत

तालाब में नहाते समय रिश्ते के दो मौसेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई। लोगों की मदद से दोनों किशोरों के शव तालाब से बाहर निकाले गए। हादसे से स्वजन में चीत्कार मची है। गांव में मातमी सन्नाटा छाया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 10:18 PM (IST)Updated: Thu, 17 Jun 2021 10:18 PM (IST)
तालाब में नहाते समय दो बच्चों की डूबकर मौत
तालाब में नहाते समय दो बच्चों की डूबकर मौत

पीलीभीत,जेएनएन : तालाब में नहाते समय रिश्ते के दो मौसेरे भाइयों की डूबने से मौत हो गई। लोगों की मदद से दोनों किशोरों के शव तालाब से बाहर निकाले गए। हादसे से स्वजन में चीत्कार मची है। गांव में मातमी सन्नाटा छाया है।

loksabha election banner

गुरुवार को दिलावरपुर रोड पर स्थित गांव उदरहा निवासी चित्रदेव का 12 वर्षीय बेटा राजन सगे मौसेरे भाई 11 वर्षीय अवनीश कुमार पुत्र राजकुमार निवासी गांव पसियापुर थाना बंडा जिला शाहजहांपुर के साथ सुबह नौ बजे खेतों की तरफ चला गया। दोनों किशोर गांव से एक किमी दूर मटेहना रोड पर तालाब में नहाने लगे। स्नान करने के दौरान दोनों गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। दोनों को जब साथ गए अन्य बालकों ने डूबते देखा तो वह दौड़कर घर पहुंचे और मामले के बारे में स्वजन को बताया। जानकारी पर कई लोग तालाब के पास पहुंच गए तब तक दोनों तालाब में डूब चुके थे। ग्रामीणों के सहयोग किशोरों की तालाब में सुरागरसी की गई। काफी देर तलाश के बाद गहरे पानी से दोनों के शव बमुश्किल निकाले गए। एक साथ दो बालकों की मौत से हर कोई परेशान है। स्वजन के चीत्कार से वहां मौजूद हर आंख नम हो गई।

तालाब में डूबे दोनों किशोर माता पिता के सबसे छोटे बेटे थे। एक कक्षा नौ में तो दूसरा कक्षा छह में पढ़ाई कर रहा था। मौत से मां और पिता बदहवास हैं।

कोतवाली क्षेत्र के उदरहा गांव निवासी चित्रदेव मेहनत मजदूरी करते हैं। चित्रदेव के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा देवेंद्र, उससे छोटा अरविद और सबसे छोटा राजन था। राजन कक्षा नौ की पढ़ाई कर रहा था। छोटा होने के साथ वह घर का भी लाडला था। मौत से माता विमला देवी का बुराहाल है। शाहजहांपुर जिले के बंडा थाना क्षेत्र के गांव पसियापुर निवासी राजकुमार के दो बेटे हैं। बड़ा बेटा निशांत और उससे छोटा अवनीश था। अवनीश कुछ दिन पहले ही मेहमानी में अपने मौसा चित्रदेव के यहां आया था। अवनीश भी घर का लाडला था। अचानक दोनों परिवारों के सबसे छोटे बेटों की मौत से वह बदहवास हैं। जिस किसी ने किशोरों की मौत के बारे में सुना वहां अपने आप को नहीं रोक सका और उनके घर पहुंच गया। हादसे की सूचना अवनीश के माता-पिता को मिलने पर वह गुमसुम हो गए। अवनीश की मां भाग्यवती अपनी बहन विमला के यहां पहुंची और बेटे का शव देखते ही बिलखने लगीं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.