बाघ मित्रों को दिया प्रशिक्षण
मानव- वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए बराही गेस्ट हाउस में चयनित बाघ मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया। संस्था की ओर से जंगल किनारे बसे गांवों में रहने वाले जागरूक लोगों को बाघ मित्र के लिए चयनित किया गया है।
पीलीभीत,जेएनएन : मानव- वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए बराही गेस्ट हाउस में चयनित बाघ मित्रों को प्रशिक्षण दिया गया। संस्था की ओर से जंगल किनारे बसे गांवों में रहने वाले जागरूक लोगों को बाघ मित्र के लिए चयनित किया गया है।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुछ वर्षों से जंगल से निकले बाघ आबादी की ओर आने लगे हैं। पिछले कुछ वर्षों में मानव वन्यजीव के संघर्ष की कई घटनाओं ने विभागीय अफसरों की चिता बढ़ा दी है।
मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं से निपटने के लिए विश्व प्रकृति निधि ने बाघ मित्र बनाने की पहल शुरू की है। वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बताया कि सभी का चयन स्वयंसेवक के तौर पर किया गया है। बाघ मित्रों को वन्यजीवों की पगमार्क से पहचान, उनके स्वभाव का प्रशिक्षण नरेश कुमार तथा बाघ वैज्ञानिक रोहित रवि ने दिया। माला के रेंजर रामजी, महोफ के वनक्षेत्राधिकारी आरिफ जमाल, दबीर हसन मौजूद रहे।