लकड़ी की धधकती भट्ठियों से टाइगर रिजर्व को खतरा
सेल्हा बाबा का 58 वां मेला 29 मार्च से शुरू होगा। पहली बार मेला शुरू होने से कई दिन पूर्व ही दूरस्थ स्थानों से आने वाले दुकानदारों ने दुकानें सजानी शुरू कर दी हैं। क्षेत्रीय दुकानदार भी दुकानों के लिए घेराबंदी करने में लगे हैं।
कलीनगर (पीलीभीत) : सेल्हा बाबा का 58 वां मेला 29 मार्च से शुरू होगा। पहली बार मेला शुरू होने से कई दिन पूर्व ही दूरस्थ स्थानों से आने वाले दुकानदारों ने दुकानें सजानी शुरू कर दी हैं। क्षेत्रीय दुकानदार भी दुकानों के लिए घेराबंदी करने में लगे हैं। आरक्षित वन क्षेत्र में होने वाले मेला में लगी दुकानों में लकड़ी की धधकती भट्ठियों पर मिठाइयों को बनाया जा रहा है, जिसे वन विभाग फायर सीजन में अनदेखा कर रहा है।
टाइगर रिजर्व की बराही रेंज में पिछले कई वर्षों से सेल्हा बाबा की मजार पर पांच दिवसीय मेला लगता है। मेला प्रबंधक कमेटी की ओर से मेला क्षेत्र में साफ सफाई कराई जा चुकी है इस बार मेला शुरू होने से कई दिन पहले ही स्थानीय एवं दूरदराज से आने वाले लोगों ने दुकानें सजानी शुरू कर दी हैं। मिष्ठान विक्रेताओं की दुकानों के सामने लकड़ी की बनी भट्ठियों पर मिठाइयां तैयार की जाती हैं। फायर सीजन के दौरान आरक्षित क्षेत्र में आग की रोकथाम के लिए वनकर्मी रात दिन जूझते हैं। दुकानों में जलने वाली भट्ठियों को अनदेखा किया जा रहा है। खुलेआम ऐसी भट्ठियों का अनदेखा करने से कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है। बराही के वन क्षेत्राधिकारी वजीर हसन ने बताया कि आरक्षित वन क्षेत्र में कोई भी गलत काम नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जल्दी ही प्रबंध मेला प्रबंधक कमेटी वालों के साथ मीटिग कर आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। रेंज अधिकारी ने बताया कि जल्द ही चहारदीवारी की खाई को खोदवाया जाएगा। -----------------------------------