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गंदगी से पटे नालों से संक्रामक रोगों का खतरा

बीसलपुर नगर पालिका परिषद की सफाई व्यवस्था दिनोंदिन चरमराती जा रही है। नगर की गलियां सड़कें तो बदहाली की दास्तां खुद ही बयां कर रही हैं। नगर के कई मोहल्लों से गुजरने वाला नाला बजबजाती गंदगी के कारण उससे उठती दुर्गंध कॉलोनी वासियों व मोहल्ले वासियों को मुसीबत का सबब बनी हुई है। नगरवासी कोरोना काल में गंदगी से भयभीत दिखाई दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 11:48 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 11:48 PM (IST)
गंदगी से पटे नालों से संक्रामक रोगों का खतरा
गंदगी से पटे नालों से संक्रामक रोगों का खतरा

पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर नगर पालिका परिषद की सफाई व्यवस्था दिनोंदिन चरमराती जा रही है। नगर की गलियां सड़कें तो बदहाली की दास्तां खुद ही बयां कर रही हैं। नगर के कई मोहल्लों से गुजरने वाला नाला बजबजाती गंदगी के कारण उससे उठती दुर्गंध कॉलोनी वासियों व मोहल्ले वासियों को मुसीबत का सबब बनी हुई है। नगरवासी कोरोना काल में गंदगी से भयभीत दिखाई दे रहे हैं।

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नगर में सफाई विभाग की व्यवस्था दिनोंदिन चरमराती जा रही है जबकि पालिका में बड़ी संख्या में स्थाई सफाई कर्मचारी हैं,इसके अलावा संविदा कर्मचारी भी सफाई का कार्य देख रहे हैं। संख्या सौ से अधिक है फिर भी सफाई कर्मचारी अपने दायित्वों की पूर्ति रात्रि में 9:30 बजे सड़कों पर झाड़ू लगाकर निभा रहे हैं। रात्रि में अक्सर लाइट गुम हो जाने के कारण उन्हें सड़कों पर पड़ा कूड़ा दिखाई नहीं पड़ता और सड़कों पर से गंदगी साफ नहीं हो पाती। सुबह कार्य को अंजाम देने के बजाय रात्रि में ही खानापूरी कर अपना कार्य पूरा कर लेते हैं। इसी कारण नगर की सड़कों पर सुबह उठकर जब लोग निकलते हैं तो उन्हें सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिलती है इसके साथ साथ शहर के नालों की स्थिति भी अब काफी दयनीय बनी हुई है कीचड़ व मिट्टी तथा कूड़े से फटे हुए नाले उनसे उठती दुर्गंध मच्छरों के झुंड से नालों के पास बसने वाले मोहल्ले वासियों व कॉलोनी वासियों को मुसीबत बने हुए हैं। मोहल्ले वासियों का कहना है कि एक तो प्रकृति ने कोरोना वायरस को फैला कर जनमानस को वैसे ही भयभीत कर रखा है। गंदगी से पटे नाले से उठती दुर्गंध संक्रमण को दावत देती स्पष्ट नजर आती है। इस मामले की शिकायत कई बार नगर पालिका परिषद के चेयरमैन डॉक्टर नूर अहमद अंसारी तथा सफाई निरीक्षक वीरेंद्र विक्रम सिंह से की है कितु अभी तक इन नालों की सफाई की शुरुआत नहीं हो सकी है। नगर पालिका परिषद के सफाई निरीक्षक वीरेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि नालों की सफाई तो मानक के अनुरूप कराई जाती है कितु मोहल्ले वासी व कॉलोनी वासी कूड़ा डालने के स्थान पर कूड़ा न डालकर नालों में कूड़ा पलट देते हैं।

नगर पालिका परिषद के पास सफाई कर्मचारी पर्याप्त संख्या में मौजूद है कितु इन सफाई कर्मचारियों को नियंत्रण करने वाले सफाई प्रमुख इनकी सफाई को प्रतिदिन जाकर नहीं देखते हैं यही कारण है की सफाई व्यवस्था कमजोर हो गई है।

बिल्लू महाराज

बरसात आने से पहले एक बार वर्ष में मात्र नालों की सफाई तली झाड़ करने के बाद सफाई विभाग अपने कर्तव्यों को इतिश्री कर लेता है कितु नाले कुछ ही माह में दोबारा गंदगी से पट जाते हैं इसी कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।

वासु पाठक

नालों की सफाई प्रतिमा नगर पालिका सफाई विभाग करता रहे तो नालों में न तो कीचड़ और गंदगी एकत्र होगी और न ही नगर में इतना मच्छरों का प्रकोप हो सकेगा इन नालों में भरी गंदगी के कारण संक्रामक रोग फैलने की भी पूरी आशंका बनी रहती है।

तौसीफ खान सफाई व्यवस्था का निरीक्षण प्रत्येक 15 दिनों में पालिका की अधिशासी अधिकारी तथा सफाई निरीक्षक करते रहें तो यह व्यवस्था इतनी खराब स्थिति में नहीं पहुंचे। सफाई कर्मचारियों को भी अपनी जिम्मेदारी निभाने का वह बना रहे कितु ऐसा न होने के कारण ही नालों की दयनीय स्थिति बनी हुई है।

अमित कुमार


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