सहायक बैंक प्रबंधक ने एफडी के नाम पर की लाखों की ठगी
पीलीभीतजेएनएन एक्सिस बैंक शाखा में एफडी कराने के लिए गई महिला से ठगी कर ली गई। एफडी के नाम पर उससे दस लाख रुपये जमा करा लिए लेकिन एफडी सिर्फ चार लाख रुपये की बनाई। उसमें भी बगैर उसे कोई जानकारी दिए एफडी से तीन लाख 80 हजार रुपये का ऋण निकाल लिया गया। कुछ धनराशि बीमा कंपनी में निवेश कर दी। महिला को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने बैंक जाकर शाखा प्रबंधक से शिकायत की परंतु फिर भी कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसपी ने पुलिस को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करके मामले का निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : एक्सिस बैंक शाखा में एफडी कराने के लिए गई महिला से ठगी कर ली गई। एफडी के नाम पर उससे दस लाख रुपये जमा करा लिए लेकिन एफडी सिर्फ चार लाख रुपये की बनाई। उसमें भी बगैर उसे कोई जानकारी दिए एफडी से तीन लाख 80 हजार रुपये का ऋण निकाल लिया गया। कुछ धनराशि बीमा कंपनी में निवेश कर दी। महिला को जब इसकी जानकारी हुई तो उसने बैंक जाकर शाखा प्रबंधक से शिकायत की परंतु फिर भी कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पेश होकर कार्रवाई की गुहार लगाई। एसपी ने पुलिस को एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई करके मामले का निस्तारण कराने के निर्देश दिए हैं।
सदर कोतवाली के अंतर्गत मुहल्ला मुनीर खां निवासी इरम मलिक ने पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि शहर में छतरी चौराहा स्थित एक्सिस बैंक में उसका मां फूल बी के साथ संयुक्त खाता है। पिछले साल फरवरी में वह बैंक शाखा गई। वहां उसे सहायक मैनेजर इमरान मंसूरी मिले। उसने 10 लाख रुपये की एफडी बनवाने की बात कही। इस पर सहायक मैनेजर ने उससे दो चेक 10 लाख रुपये के ले लिए और कुछ दिन बाद एफडी प्रमाणपत्र बनाकर देने की बात कही। बाद में उन्होंने छह लाख की फर्जी एफडी बनाकर भेज दी। सिर्फ चार लाख की एफडी बनाई और उस पर भी लिमिट बनवाकर तीन लाख 80 हजार रुपये का ऋण निकाल लिया। साथ ही उसकी मां के नाम पर एक लाख 4 हजार 500 रुपये मैक्स लाइफ इंश्योरेंस में जमा कर दिए। इसके लिए उससे कोई सहमति भी नहीं ली गई। ऋण निकाले जाने के कागजात जब उसके पास आए तब उसे ठगी किए जाने का अहसास हुआ। इसके बाद वह बैंक पहुंची और शाखा प्रबंधक से पूरे मामले की शिकायत की। उन्होंने डिप्टी मैनेजर इमरान मंसूरी को बुलाकर पूछताछ की तब सहायक मैनेजर ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए पूरी रकम वापस देने की बात कही। इसके बाद वह पूरे साल बैंक के चक्कर काटती रही लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। एक दिसंबर 2021 को वह बैंक शाखा में पहुंची तो वहां फिर सहायक मैनेजर मिला। उससे धोखाधड़ी करने के बारे में पूछा तो उन्होंने जान से मरवा देने की धमकी दी। मामले की शिकायत सुनगढ़ी थाने में की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने मामले को गंभीर मानते हुए थाना पुलिस को सात दिन के भीतर कार्रवाई करके शिकायत का निस्तारण कराने के निर्देश दिए। आरबीआइ ने भी रिपोर्ट तलब की
धोखाधड़ी की शिकार इरम मलिक ने एक्सिस बैंक के तत्कालीन सहायक प्रबंधक इमरान मंसूरी के खिलाफ भारतीय रिजर्व बैंक को भी शिकायत भेजकर कार्रवाई की गुहार लगाई। जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बैंक प्रबंधन ने रिपोर्ट तलब की गई। बैंक प्रबंधन ने मामले की बाबत रिपोर्ट भेजी है। हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से बैंक प्रबंधन को कार्रवाई की बाबत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। उधर इमर मलिक ने धारा 156 के तहत स्थानीय अदालत में भी प्रार्थनापत्र दाखिल कर आरोपित इमरान मंसूरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की गुहार की है। अदालत की ओर से भी बैंक मैनेजर से रिपोर्ट तलब की गई है। इन्सेट
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आरोपित इमरान बोला, अभी कहीं बैठा हूं
महिला खातेदार से धोखाधड़ी के मामले में आरोपित एक्सिस बैंक के तत्कालीन डिप्टी मैनेजर इमरान मंसूरी से आरोपों की बाबत दैनिक जागरण ने जब फोन पर संपर्क करके उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो वह बोले-अभी मैं कहीं बैठा हुआ हूं। कुछ देर बाद बात करूंगा लेकिन इसके बाद उन्होंने बात नहीं की।
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इस मामले की शिकायत मिली थी। जांच कराने के बाद दोषी पाने पर डिप्टी मैनेजर इमरान मंसूरी को बर्खास्त कर दिया गया। पुलिस में भी शिकायत की गई। संयुक्त खातेदार को 10 लाख की पूरी रकम मय ब्याज वापस दिलाई जा चुकी है। उस समय खातेदार महिला ने कार्रवाई से संतुष्टि भी जाहिर की थी। संबंधित शिकायत का जवाब भारतीय रिजर्व बैंक को भेजा जा चुका है।
- देवेश पंत, शाखा प्रबंधक एक्सिस बैंक