फर्जी प्रमाणपत्रों से नौकरी करते पकड़ी गई शिक्षिका
पीलीभीत जिले के एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौक
पीलीभीत : जिले के एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे नौकरी करने वाली एक शिक्षिका जांच में पकड़ी गई है। बीएसए की संस्तुति पर जिलाधिकारी ने आरोपित शिक्षिका की संविदा समाप्त कर नौकरी से बर्खास्त कर दिया है। शिक्षिका के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के साथ ही अब तक वेतन के रूप में प्राप्त धनराशि की रिकवरी कराने के आदेश दिए गए हैं।
मूलरूप से प्रयागराज जिले की तहसील हंडिया के ग्राम बीवीपुर पोस्ट कैमई बुजुर्ग की रहने वाली इंदु देवी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शारीरिक शिक्षा विषय की पूर्णकालिक शिक्षिका बनने के लिए अपना आवेदन ग्राम मझगवां पोस्ट कुइरोना जिला भदोही से किया था। वर्ष 2015 में तीन नवंबर को उसकी नियुक्ति हुई थी। नियुक्त के बाद इस शिक्षिका को ललौरीखेड़ा ब्लॉक के खमरिया पुल गांव में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में तैनात किया गया था। पिछले दिनों जब कई बॉ स्कूलों में एक साथ शिक्षिका पद पद पर नौकरी करने संबंधी अनामिका शुक्ला का प्रकरण सामने आया, तब शासन के निर्देश पर यहां भी सभी बॉ स्कूलों के शिक्षिकाओं के प्रमाणपत्रों की जांच कराई गई। पहली बार हुई जांच में इस शिक्षिका के प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा को नहीं पकड़ा जा सका लेकिन, संतुष्ट न होने पर जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच कराई तब शिक्षिका इंदु देवी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। शिक्षिका की स्नातक अंतिम वर्ष की मार्कशीट में अंकों की प्रिटिग में धोखाधड़ी पाई गई है। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बीएसए की संस्तुति पर शिक्षिका की संविदा समाप्त कर दी है। बीएसए ने शिक्षिका के पूर्ण मानदेय की रिकवरी कराने व शिक्षिका के विरुद्ध एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं। शिक्षिका से 11 लाख16 हजार 407 रुपये की रिकवरी कराई जाएगी। बीएसए देवेंद्र स्वरूप ने बताया कि धनराशि की रिकवरी के लिए आरोपित शिक्षिका को नोटिस जारी किया जा रहा है।