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केंद्रों पर धीमी गति से हो रही गन्ना तौल

पीलीभीतजेएनएन चीनी मिलों के क्रय केंद्रों पर गन्ना की तौल सुस्त गति से हो रही है। ऐसे में किसानों के गन्ना लदे वाहन कई दिनों तक खड़े रहते हैं। जो किसान किराए पर ट्रैक्टर ट्राली लेकर गन्ना आपूर्ति करते हैं उन्हें अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा है। पहले तमाम किसान धान खरीद केंद्रों पर अव्यवस्थाओं से जूझते रहे। जैसे तैसे धान निपटा तो अब गन्ना आपूर्ति के लिए भी उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। पूरनपुर सहकारी चीनी मिल के शाहगढ़ ए केंद्र पर गत दिवस किसानों ने अव्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करके अधिकारियों के पुतले फूंके थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 12:31 AM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 12:31 AM (IST)
केंद्रों पर धीमी गति से हो रही गन्ना तौल
केंद्रों पर धीमी गति से हो रही गन्ना तौल

पीलीभीत,जेएनएन : चीनी मिलों के क्रय केंद्रों पर गन्ना की तौल सुस्त गति से हो रही है। ऐसे में किसानों के गन्ना लदे वाहन कई दिनों तक खड़े रहते हैं। जो किसान किराए पर ट्रैक्टर ट्राली लेकर गन्ना आपूर्ति करते हैं, उन्हें अधिक किराया खर्च करना पड़ रहा है।

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पहले तमाम किसान धान खरीद केंद्रों पर अव्यवस्थाओं से जूझते रहे। जैसे तैसे धान निपटा तो अब गन्ना आपूर्ति के लिए भी उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। पूरनपुर सहकारी चीनी मिल के शाहगढ़ ए केंद्र पर गत दिवस किसानों ने अव्यवस्था के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करके अधिकारियों के पुतले फूंके थे। माधोटांडा में बजाज हिदुस्तान शुगर मिल के क्रय केंद्र पर कभी तौल कांटा में खराबी बता दी जाती है तो कभी चीनी मिल से ट्रक नहीं पहुंचने का बहाना कर दिया जाता है। बीसलपुर की सहकारी चीनी मिलों के भी अनेक क्रय केंद्रों पर कमोवेश यही स्थिति है। उधर जिला गन्ना अधिकारी (डीसीओ) जितेंद्र कुमार मिश्र ने बीसलपुर का दौरा किया। इस मिल के मगरासा केंद्र का निरीक्षण किया। चीनी मिल के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नियमित रूप से गन्ना मांग पत्र (इंडेंट) भेजते रहें। किसानों को गन्ना तौल कराने के लिए इंतजार न करना पड़े।

माधोटांडा : बजाज हिदुस्तान शुगर मिल बरखेड़ा के गन्ना क्रय केंद्र पर बहुत ही धीमी गति से गन्ने की तौल की जा रही है। किसान पर्ची के साथ गन्ना की तौल कराने पहुंचते हैं तो छह से सात दिन का समय लग जाता है। किसानों को सेंटर पर ही रुकना पड़ता है। केंद्र से चीनी मिल को गन्ना ढुलाई में भी काफी लापरवाही बरती जा रही है। सेंटर पर धर्म कांटा खराब होने की बात कहकर अक्सर तौल रोक दी जाती है। किसानों ने बताया अभी पुराना भुगतान भी नहीं हो पाया है। सेंटर पर गन्ना तौलवाने में किसानों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। तौल में लापरवाही के कारण गन्ने का वजन भी कम हो जाता है। सेंटर इंचार्ज रामेश्वर दयाल ने बताया गन्ना तौल में तेजी लाई जा रही है। गन्ना तौलवाने के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता है। इस समय सेंटर पर ट्रालियों की लाइन लगी पड़ी है लेकिन गन्ना की तौल नहीं हो पा रही है।

-भगवती सिंह सेंटर पर कई दिनों तक ट्राली खड़ी रहने से गन्ने का वजन भी कम हो जाता है, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है।

- राकेश कश्यप। पूरनपुर चीनी मिल के शाहगढ़ ए केंद्र पर कोई समस्या नहीं है। दरअसल वहां के किसान सहकारी मिल की बजाय एलएच चीनी मिल को गन्ना आपूर्ति करना चाहते हैं। अन्य कई केंद्रों पर भी यही इच्छा किसानों ने जताई लेकिन अब मिलों को शासन से क्रय केंद्रों का आवंटन हो चुका है। इसलिए बदलाव संभव नहीं। जिलाधिकारी के निर्देश पर पूरनपुर व बीसलपुर की सहकारी चीनी मिलों में गन्ना तौल को व्यवस्थित कराने और किसानों की समस्याओं का निराकरण कराया जा रहा है।

जितेंद्र कुमार मिश्र, जिला गन्ना अधिकारी


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