पीटीआर के महोफ रेंज में बन रहा सिग्नेचर गेट
पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तीन स्थानों पर सिग्नेचर गेट बनवाए जा रहे हैं। महोफ रेंज मुख्यालय के सामने खटीमा मार्ग पर भी सिग्नेचर गेट का निर्माण का कार्य हो रहा है।
पीलीभीत,जेएनएन : पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए तीन स्थानों पर सिग्नेचर गेट बनवाए जा रहे हैं। महोफ रेंज मुख्यालय के सामने खटीमा मार्ग पर भी सिग्नेचर गेट का निर्माण का कार्य हो रहा है।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जंगल और उसमें रहने वाले वन्यजीवों के कारण देश-विदेश में पहचान है। टाइगर रिजर्व की बराही रेंज का शारदा नदी पार का लग्गा भग्गा वाला जंगल नेपाल की शुक्लाफांटा सेंचुरी से सटा है। महोफ रेंज का जंगल उत्तराखंड की सुरई रेंज से सटा है। इन दोनों रेंजों के जंगल प्राकृतिक वन संपदा एवं वन्यजीवों से भरपूर हैं। महोफ रेंज का चूका स्पॉट पर्यटकों के लिए काफी आकर्षक बन चुका है। बराही और महोफ के जंगल क्षेत्र में जिले की अन्य रेंजों की तुलना में बाघ, तेंदुआ और भालू समेत तृणभोजी वन्यजीवों की संख्या अधिक है। हर साल पर्यटक चूका स्पॉट की सैर करने आते हैं। इस साल चूका स्पॉट को लाखों की लागत से आकर्षक बनाया जा रहा है। महोफ के रेंजर आरिफ जमाल के अनुसार टाइगर रिजर्व की पहचान के लिए जिले में तीन मुख्य मार्गों पर सिग्नेचर गेट बनवाए जा रहे हैं। इसमें से एक गेट महोफ रेंज मुख्यालय के सामने खटीमा मार्ग पर बन रहा है। उन्होंने बताया कि वनकटी तथा जहानाबाद तिराहा पर भी सिग्नेचर गेट बन रहे हैं।
क्या है सिग्नेचर गेट
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पीटीआर के प्रमुख प्रवेश द्वारों पर सिग्नेचर गेट का निर्माण कराया जाता है। गेट की सजावट लकड़ी से की जाती है,जिनमें वन्यजीवों के चित्र बनाए जाते हैं।