राणाप्रतापनगर गांव तक पहुंचा नदी का पानी
संस पूरनपुर (पीलीभीत) पहाड़ों पर हो रही बारिश और वनबसा बैराज से शारदा नदी में छोड़ा गया पानी राणाप्रतापनगर गांव के पास पहुंच गया है।
संस, पूरनपुर (पीलीभीत): पहाड़ों पर हो रही बारिश और बनबसा बैराज से शारदा नदी में रूक रूक कर छोड़े जा रहे पानी से ट्रांस शारदा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। शारदा उफना जाने से नदी का पानी राणाप्रतापनगर गांव के किनारे खेतों तक पहुंच गया है। फसलें जलमग्न हो गई हैं। नदी का तीव्र वेग कटर को अपने निशाने पर लेते हुए परकोपाइन गिरा रहा है। बढ़ा हुआ जलस्तर देखते हुए ग्रामीणों के माथे पर चिता की लकीरें पड़ गई हैं।
शारदा नदी में जलस्तर काफी बढ़ जाने से शारदा की लहरें और शारदा की धार बहुत तीव्र हो गई है। गांव के लोग चितित और भयभीत हो उठे हैं। इधर बाढ़ खंड के अधिकारियों ने मंगलवार को राणाप्रतापनगर पहुंचकर नदी का बढ़ा जलस्तर देखा। कटर और परकोपाइन पानी के वेग से क्षतिग्रस्त होने से बाढ़ खंड अधिकारियों ने बचाव कार्य कराने के लिए सीमेंट के खंभे परकोपाइन लगाकर बचाव कार्य कराने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके अलावा मौरनिया गांधीनगर, अशोकनगर मार्ग के सुतिया नाला रपटा पुल पर पानी का तेज बहाव चलने लगा है। अशोकनगर जंगल कालोनी जाने वाले मार्ग पर भी काफी पानी भर गया है। इसके अलावा रामनगर, चंद्रनगर के सुतिया नाला पर बना रपटा पुल पीडब्ल्यूडी विभाग और जिला प्रशासन की उदासीनता के चलते इस बार फिर धस गया है जिस कारण किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। खेतों और गांव तक पानी पहुंच जाने से शारदा नदी किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है। लगातार 90 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है, इससे बाढ़ आने की आशंका हो गई है।
राहुलनगर में शुरू हुआ कटान
ट्रांस शारदा क्षेत्र का गांव नदी के इसपर ही बसा हुआ है। पानी बढ़ने से राहुलनगर तरफ नदी ने कटान शुरू कर दिया है। ग्रामीणों की फसलों सहित जमीन नदी में समाने लगी है। इसको लेकर ग्रामीण काफी भयभीत हैं। यहां बाढ़ खंड की तरफ से बचाव कार्य कराया गया था लेकिन बचाव कार्य में भारी गोलमाल होने से कटान नहीं रूक पा रहा है। एसडीएम ने देखा कटान क्षेत्र
बुधवार को सूचना पर उपजिलाधिकारी चंद्रभानु सिंह ने राहुलनगर में पहुंचकर कटान क्षेत्र देखा। वह ग्रामीणों के साथ नदी के किनारे पर भी गए। उन्होंने बताया कि नदी अभी हल्का कटान कर रही है। बचाव कार्य कराने के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों से कहा गया है। जितना पानी मंगलवार को था उससे कुछ कम हुआ है।
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