एसडीएम की पत्नी ने जिला महिला अस्पताल में कराया प्रसव
सरकारी अस्पतालों में जनता का विश्वास बढ़ाने और लोगों को जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाए जाते हैं। इसके बाद भी लोग निजी अस्पतालों की व्यवस्था में अधिक विश्वास करते हैं। खासतौर से तब जब बात किसी आपरेशन की हो। समृद्ध लोग तो सरकारी अस्पतालों की ओर देखना भी पसंद नहीं करते।
पीलीभीत,जेएनएन : सरकारी अस्पतालों में जनता का विश्वास बढ़ाने और लोगों को जागरूक करने के लिए कई अभियान चलाए जाते हैं। इसके बाद भी लोग निजी अस्पतालों की व्यवस्था में अधिक विश्वास करते हैं। खासतौर से तब जब बात किसी आपरेशन की हो। समृद्ध लोग तो सरकारी अस्पतालों की ओर देखना भी पसंद नहीं करते। इन सब धारणाओं को गलत साबित करते हुए जनपद में कार्यरत उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ ने पत्नी श्वेता गौड़ का प्रसव जिला महिला अस्पताल में कराया। सिजेरियन डिलीवरी के उपरांत एसडीएम की पत्नी को पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई। जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अनीता चौरसिया ने नवजात कन्या का उपहार भेंट कर स्वागत किया।
मूल रूप से गोरखपुर निवासी एसडीएम योगेश कुमार गौड़ पत्नी का इलाज गत माह से जिला महिला अस्पताल में करा रहे थे। सभी जांचें व डॉक्टरी सलाह जिला महिला अस्पताल से प्राप्त कर रहे थे। शनिवार को नवरात्र के अंतिम दिन एसडीएम की पत्नी ने कन्या को जन्म दिया। कन्या के जन्म से एसडीएम समेत सभी स्वजन बहुत खुश हुए।
एसडीएम ने कहा कि जिला महिला अस्पताल की सुविधाएं बहुत बेहतर हैं। पूरा स्टाफ सहयोगी है। गत माह इलाज से अब तक पूरे अस्पताल की व्यवस्थाएं काफी बेहतर लगीं। मेरा शुरू से ही सरकारी व्यवस्थाओं में विश्वास रहा है। प्रशासनिक अधिकारी बनने के बाद लोगों का विश्वास प्रगाढ़ करने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। पत्नी का प्रसव कराकर लोगों को भी यह विश्वास दिलाने का प्रयास किया है कि हमारे सरकारी अस्पताल में डाक्टर, स्टाफ व अन्य व्यवस्थाओं की कोई कमी नहीं है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद मेरी पत्नी व बेटी दोनों स्वस्थ हैं।
इनसेट-
एसडीएम सौरभ दुबे की पत्नी का भी हुआ था प्रसव
इससे पहले 25 सितंबर 2018 को तत्कालीन एसडीएम सदर सौरभ दुबे ने पत्नी व न्यायिक मजिस्ट्रेट अलका पांडेय का प्रसव जिला महिला अस्पताल में कराकर सरकारी व्यवस्थाओं पर भरोसा जताया था। उनकी भी सिजेरियन डिलीवरी से बेटी हुई थी। प्रसव के उपरांत उन्होंने महिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को खूब सराहा था। वर्तमान में दोनों जनपद हरदोई में कार्यरत हैं। वर्जन-- जिला महिला अस्पताल में डिलीवरी के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं व प्रशिक्षित स्टाफ मौजूद है। सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही कई समृद्ध परिवार भी हमारे अस्पताल में आकर इलाज लेते हैं। सिजेरियन डिलीवरी के लिए हमारे हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टरों के साथ ही शहर के दो निजी सर्जन भी सेवाएं देते हैं। लोग निसंकोच भाव से जिला महिला अस्पताल आकर डिलीवरी, जांचे व टीकाकरण करा सकते हैं। हमारे लिए मरीज का बेहतर इलाज महत्वपूर्ण होता है। - डॉ. अनीता चौरसिया, सीएमएस, जिला महिला अस्पताल