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बगैर फिटनेस सड़कों पर दौड़ रहे स्कूली वाहन

पीलीभीतजेएनएन शासन के कड़े निर्देशों के बावजूद सड़कों पर स्कूली वाहन फिटनेस के बगैर ही धड़ल्ले से चल रहे हैं। मारुति वैन जहां घरेलू रसोई गैस से चल रही है वहीं ठंड के मौसम में ई-रिक्शा से भी बच्चों को स्कूल लेकर जाया जा रहा है। यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई के नाम पर पुलिस व प्रशासन महकमा चुप्पी साधे हुए है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 11:34 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 11:34 PM (IST)
बगैर फिटनेस सड़कों पर दौड़ रहे स्कूली वाहन
बगैर फिटनेस सड़कों पर दौड़ रहे स्कूली वाहन

पीलीभीत,जेएनएन : शासन के कड़े निर्देशों के बावजूद सड़कों पर स्कूली वाहन फिटनेस के बगैर ही धड़ल्ले से चल रहे हैं। मारुति वैन जहां घरेलू रसोई गैस से चल रही है वहीं ठंड के मौसम में ई-रिक्शा से भी बच्चों को स्कूल लेकर जाया जा रहा है। यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई के नाम पर पुलिस व प्रशासन महकमा चुप्पी साधे हुए है।

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तहसील क्षेत्र में संचालित हिदी व सीबीएसई बोर्ड के विद्यालयों में बच्चों को स्कूल लेकर जाने व अवकाश होने पर उन्हें घरों को ले कर जाने वाले अधिकांश वाहन फिटनेस के बगैर ही चल रहे हैं। यातायात नियमों की इस तरह धज्जियां उड़ाई जा रही है उनमें ना तो मानक के अनुसार बच्चों को बैठाया जा रहा है और न ही स्कूली वाहन पूरी तरह से फिट है। मारुति वैन में घरेलू गैस को भरकर कई वाहन चालक बच्चों को बैठा कर ले जा रहे हैं उनकी वैन में लगी गैस किट परिवहन विभाग से स्वीकृत भी नहीं है । यातायात नियमों का पालन करने को वाहन चालक मात्र खानापूरी कर रहे हैं। नियमानुसार विद्यालयों के संचालकों को स्कूली बच्चों को ले जाने वाले वाहनों की पूरी तरह से फिटनेस कराना आवश्यक होती है और साथ ही मानक के अनुरूप ही बच्चे बैठाई जाते हैं परंतु नियमों का पालन मात्र कागजों में ही हो रहा है। स्कूली वाहनों में अधिक बच्चों के बैठे होने के कारण किसी भी समय सड़क हादसा होने की आशंका बनी रहती है। जब तक बच्चे स्कूल से वापस सुरक्षित घर नहीं लौटते हैं अभिभावकों की चिता बनी रहती है। नगर के अलावा ग्रामीण अंचलों में संचालित विद्यालयों में भी बच्चों को लाने ले जाने वाले स्कूली वाहन पूरी तरह से फिट नहीं है उनके चालक भी यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। बच्चों को ले जाने वाले स्कूली वाहन पूरी तरह से फिट होना आवश्यक है इस संबंध में अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। सड़कों पर हादसा ना हो इसके लिए स्कूलों के पास ब्रेकर भी बनाए जाए।

सुमन कश्यप,अभिभावक विद्यालयों बच्चों को लेकर जाने वाले स्कूली वाहन यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसकी शिकायत वह प्रदेश के मुख्यमंत्री से करेंगी।

रूपा मौर्य,अभिभावक परिवार के छोटे बच्चे जिन वाहनों में बैठकर स्कूल जाते हैं उनमें मानक से अधिक बच्चे बैठते हैं बच्चों की चिता बनी रहती है।

आशा गुप्ता, अभिभावक


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