अपर निदेशक पशुपालन के नेतृत्व में भरे नमूने
बर्ड फ्लू का पहला मामला मिलने के बाद अपर निदेशक ग्रेड दो पशुपालन विभाग बरेली मंडल बरेली टीम के साथ शेरपुरकलां गांव में पहुंचे। नेतृत्व में पोल्ट्री फार्म से नमूने भरे गए। उन्होंने बाहर से आने वाले व्यक्तियों को पोल्ट्री फार्म के अंदर न जाने की सलाह दी।
पीलीभीत,जेएनएन : बर्ड फ्लू का पहला मामला मिलने के बाद अपर निदेशक ग्रेड दो पशुपालन विभाग बरेली मंडल बरेली टीम के साथ शेरपुरकलां गांव में पहुंचे। नेतृत्व में पोल्ट्री फार्म से नमूने भरे गए। उन्होंने बाहर से आने वाले व्यक्तियों को पोल्ट्री फार्म के अंदर न जाने की सलाह दी।
गुरुवार की शाम चार बजे के करीब अपर निदेशक बरेली मंडल बरेली डाक्टर जीवन दत्त गौतम, डाक्टर आशा दत्ता डिप्टी सीवीओ एवं अधीक्षक मंडलीय प्रयोगशाला बरेली, डा. रामलखन पशु चिकित्सा अधिकारी श्यामगंज और कैंट के डाक्टर नौशाद शेरपुर गांव से कुछ दूरी स्थित नासिर के पोल्ट्री फार्म पर पहुंचे। वहां एडी के नेतृत्व में मुर्गियों के सैंपल लिए गए। टंडोला के पोल्ट्री फार्म समेत अन्य पोल्ट्री फार्म से करीब 80 नमूने भरे गए। एडी ने बताया कि बर्ड फ्लू को लेकर अब रोजाना ही टीमें लगाकर पोल्ट्री फार्म से मुर्गी के सैंपल भरकर जांच के लिए भेजे जाएंगे। उन्होंने बताया कि 50 सैंपल भेजे गए थे जिनकी जांच हो चुकी है लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने पोल्ट्री फार्म संचालकों को बाहर के व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित करने, चूना का लगातार छिड़काव करने, पोल्ट्री फार्म के पास पानी का भराव न होने देने, अचानक किसी मुर्गे की मौत पर स्थानीय डॉक्टर को इसकी सूचना देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि यह वायरस पक्षियों में ही फैलता है। उन्होंने बाहर से आने वाले मुर्गी और उसके उत्पाद को भी न लाने निर्देश दिए। सचेत रहने की सलाह दी गई।
एक किमी. में कंटेनमेंट और 10 किमी. में बना सर्विलांस जोन
शेरपुरकलां में बर्ड फ्लू का केस मिलने के बाद खलबली है। जिस जगह मृत मुर्गी पाई गई थी वहां से एक किलोमीटर में कंटेनमेंट और 10 किलोमीटर में सर्विलांस जोन बनाया गया है। निगरानी के लिए सात टीमें गठित की गई हैं।
तीन दिन पहले शेरपुर कलां गांव के एक फार्म पर दो दिन के अंतराल में 20 मुर्गी और एक बतख की मौत हो गई थी। पास में स्थित पोल्ट्री फार्म से 40 मुर्गियों की मौत हुई थी। पशुपालन विभाग की तरफ से एक मुर्गी का सैंपल जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली को भेजा गया था। बुधवार को मुर्गी की रिपोर्ट पॉजीटिव आने से अधिकारियों में खलबली थी। जिस फार्म हाउस से सैंपल के लिए मुर्गी भेजी गई थी वहां से एक किमी. के दायरे में कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। 10 किमी. के दायरे को सर्विलांस जोन में लाया गया है। इसकी निगरानी करने के लिए एक पशु डाक्टर, एक पशुधन प्रसार अधिकारी और एक चौकीदार की टीम बनाकर ड्यूटी लगाई गई है। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजीव मिश्र ने बताया कि अभी पक्षियों की मौत दोबारा नहीं हुई है। अगर बीमारी बढ़ती है तो पक्षियों का खात्मा शुरू किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो एक से तीन किमी के दायरे को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा।