Move to Jagran APP

ज्ञान और संगीत की देवी को नमनकर मांगा आशीर्वाद

वसंत पंचमी पर्व पर लोगों ने वाणी बुद्धि ज्ञान एवं संगीत की देवी मां सरस्वती का विधि-विधान से पूजन किया। हवन में आहुति देते हुए सरस्वती से ज्ञान मांगा गया। शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थियों को बताया गया कि ब्रह्मा की ओर से रचित सृष्टि मूक थी। मां सरस्वती ने ही वाणी देकर चेतना प्रदान की। मंगलवार को सुबह लोगों ने अपने घरों पर पीली चुनरी पीले रंग के पुष्प चंदन से मां सरस्वती का पूजन किया। इसके उपरांत मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। स्प्रिंगडेल कालेज में पंडित एमएल पांडेय ने विधि-विधान से स्टाफ तथा विद्यार्थियों को सरस्वती पूजन कराया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Feb 2021 12:09 AM (IST)Updated: Wed, 17 Feb 2021 12:09 AM (IST)
ज्ञान और संगीत की देवी को नमनकर मांगा आशीर्वाद
ज्ञान और संगीत की देवी को नमनकर मांगा आशीर्वाद

पीलीभीत,जेएनएन : वसंत पंचमी पर्व पर लोगों ने वाणी, बुद्धि, ज्ञान एवं संगीत की देवी मां सरस्वती का विधि-विधान से पूजन किया। हवन में आहुति देते हुए सरस्वती से ज्ञान मांगा गया। शिक्षण संस्थाओं में विद्यार्थियों को बताया गया कि ब्रह्मा की ओर से रचित सृष्टि मूक थी। मां सरस्वती ने ही वाणी देकर चेतना प्रदान की।

loksabha election banner

मंगलवार को सुबह लोगों ने अपने घरों पर पीली चुनरी, पीले रंग के पुष्प, चंदन से मां सरस्वती का पूजन किया। इसके उपरांत मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। स्प्रिंगडेल कालेज में पंडित एमएल पांडेय ने विधि-विधान से स्टाफ तथा विद्यार्थियों को सरस्वती पूजन कराया। इसके उपरांत हवन किया गया। हवन में विद्यार्थियों व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने आहुति दी। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि भारतीय संस्कृति में प्रत्येक त्योहार मौसम परिवर्तन का संकेत होता है। शरद ऋतु के पश्चात वसंत ऋतु का आगमन होता है। वसंत ऋतु का आगमन प्रकृति के साथ साथ सभी प्राणियों में नवचेतना का संचार करता है। इस दिन मां सरस्वती का जन्मदिन मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि मां सरस्वती वाणी, बुद्धि, ज्ञान एवं संगीत की देवी हैं। जब ब्रह्मा ने इस सुंदर सृष्टि का निर्माण किया तो यह सृष्टि मूक थी। मां सरस्वती ने ही इस पूरी सृष्टि को वाणी देकर चेतना प्रदान की। उन्होंने हवन का महत्व बताते हुए कहा कि इससे पर्यावरण शुद्ध होता है। इसी कारण हमारी ऋषि परंपरा ने शुरू से ही हवन अधिक से अधिक करने पर बल दिया। इससे पहले विद्यार्थियों ने सरस्वती की वंदना का गान किया। अंगूरी देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कालेज में प्रज्ञा यज्ञ का आयोजन किया गया। पंडित नारायण लाल शर्मा ने यज्ञ में आहुतियां कराईं। छात्राओं के बीच वंदनवार प्रतियोगिता कराई गई। अनुष्का सिंह को प्रथम स्थान मिला। पूनम कश्यप दूसरे और अंशिका वैश्य तीसरे स्थान पर रहीं। पतंग निर्माण प्रतियोगिता में गुलफ्शा प्रथम, अंशिका गंगवार द्वितीय व शिवा यादव तृतीय रहीं। कार्यक्रम में विद्यालय की व्यवस्थापक अर्चना खंडेलवाल, मधु कुमार, डा. रश्मि चौधरी, प्रधानाचार्य उपासना शर्मा समेत पूरा स्टाफ शामिल रहा। लार्ड कृष्णा स्कूल में मां सरस्वती का पूजन विधि विधान से किया गया। शिक्षिका बीना रावत ने वंदना गाई। संस्थापिका सीमा दीक्षित, प्रबंधक सनी दीक्षित, प्रधानाचार्य रोजी दीक्षित, दिव्या, सौम्या, मीनाक्षी, अर्चना समेत अन्य बच्चों तथा शिक्षकों ने पूजा अर्चना की। चौधरी निहाल सिंह महाविद्यालय में भी सरस्वती पूजन के साथ ही विविध प्रतियोगिताएं हुईं। रंगोली में ईशा गंगवार प्रथम, शिवानी द्वितीय व स्वाति तृतीय रहीं। पोस्टर प्रतियोगिता में कुलदीप सक्सेना प्रथम, गीता द्वितीय व शीतल कटियार को तृतीय स्थान मिला। रामलुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय में भी वसंत पंचमी मनाई गई। मुख्य अतिथि डॉक्टर शैलेंद्र सिंह ढाका व सभी प्राध्यापकों ने सर्वप्रथम मां सरस्वती को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दीप प्रज्वलित किया। महाविद्यालय में एक पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई। डा. कामरान आलम खान, डॉ. नरेंद्र कुमार बत्रा, माजिद हुसैन ,विश्राम सिंह , दीपक विश्वास ,राजेंद्र कुमार समेत मौजूद रहे। महाराजा सुहेलदेव की जयंती भी मनाई गई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.