पांच दिन से बारिश जारी, जनजीवन प्रभावित
लगातार पांचवें दिन भी बारिश का सिलसिला जारी रहाजिससे जनजीवन प्रभावित हो गया। हालांकि दोपहर बाद बादल छंट गए और धूप खिली। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बादल उमड़ते रहेंगे। साथ ही हल्की बारिश की भी संभावना है। इसके बाद 26 व 27 जुलाई को तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है।
पीलीभीत,जेएनएन : लगातार पांचवें दिन भी बारिश का सिलसिला जारी रहा,जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया। हालांकि दोपहर बाद बादल छंट गए और धूप खिली। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बादल उमड़ते रहेंगे। साथ ही हल्की बारिश की भी संभावना है। इसके बाद 26 व 27 जुलाई को तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है।
गुरुवार को प्रात: से ही बारिश होने लगी। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का सिलसिला रुक रुक कर दोपहर तक चला। फिर बारिश थम गई लेकिन आसमान पर बादल उमड़ते-घुमड़ते रहे। दोपहर बाद करीब तीन बजे बादल छंटने लगे तो धूप खिल उठी। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर स्थित कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से जानकारी दी कि 23,24 और 25 जुलाई को भी आसमान पर बादल उमड़ेंगे। साथ ही इस दौरान हल्की बारिश भी होती रहेगी, लेकिन 26 व 27 जुलाई को तेज बारिश होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को जिले में अधिकतम तापमान 28.4 तथा न्यूनतम 24.3 डिग्री रिकार्ड किया गया। पिछले 24 घंटे के दौरान 25 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।
बीसलपुर : कई दिनों से क्षेत्र में हो रही बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को तेज बारिश होने से जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। पिछले चार दिनों से क्षेत्र में बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। गुरुवार को सुबह से ही बारिश होने का सिलसिला शुरू हो गया जो पूरे दिन जारी रहा। रुक-रुक कर लगातार बारिश होती रही। बारिश होने से मौसम सुहाना हो गया और लोगों ने गर्मी से राहत पाई कितु वर्षा से नगर के मुख्य बाजार में दो- दो फीट पानी भर गया। पानी भरने का प्रमुख कारण नगर की नालियों का कीचड़ से पटा होना है सड़कों पर भरे पानी के कारण कई घंटे तक आवागमन प्रभावित रहा। नगर के पुराने डाकघर के समीप इंदिरा पार्क के पीछे गांधी प्राइमरी स्कूल चौराहे सहित एक दर्जन स्थानों पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई।
दियोरिया कलां: क्षेत्र के गांव महदखास का प्राथमिक विद्यालय बरसात होते ही तालाब में तब्दील हो गया है। शिक्षकों तथा अभिभावकों को पानी में घुसकर विद्यालय में जाना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण विद्यालय में मिट्टी भराव का कार्य पूरा नहीं किया गया है। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से जलभराव हो रहा है। आपरेशन कायाकल्प अभियान में विद्यालय में मिट्टी भराव का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाता है।