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आधी रात के बाद उमड़े बादल, बारिश

इन दिनों मौसम का मिजाज बार बार बदल रहा है। दिन में तेज गर्मी और रात में अक्सर तेज हवा के साथ आसमान पर बादल उमड़ने लगते हैं। अक्सर बारिश भी हो रही है। इस तरह की बारिश को खेतीबाड़ी के लिए फायदेमंद माना जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 May 2021 11:30 PM (IST)Updated: Mon, 10 May 2021 11:30 PM (IST)
आधी रात के बाद उमड़े बादल, बारिश
आधी रात के बाद उमड़े बादल, बारिश

पीलीभीत,जेएनएन : इन दिनों मौसम का मिजाज बार बार बदल रहा है। दिन में तेज गर्मी और रात में अक्सर तेज हवा के साथ आसमान पर बादल उमड़ने लगते हैं। अक्सर बारिश भी हो रही है। इस तरह की बारिश को खेतीबाड़ी के लिए फायदेमंद माना जा रहा है।

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रविवार को पूरे दिन तेज गर्मी रही। लाकडाउन के कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही वैसे भी कम रहती है लेकिन आवश्यक कार्य से दोपहर में बाहर निकलने वाले लोग पसीने से तर-बतर रहे। हालांकि देर शाम से मौसम का मिजाज बदलने लगा। एकाएक हवा चलने से लोगों को उमस भरी गर्मी में सुकून मिला। आधी रात के बाद हवा का रुख थोड़ा और तेज हो गया। साथ ही आसमान पर बादल उमड़ आए और बारिश होने लगी। रात्रि करीब ढाई बजे से लेकर तीन बजे तक बारिश होती रही। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका के अनुसार रविवार की रात करीब 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई है। इस बारिश से खेतों में तैयार हो रही गन्ने की फसल को फायदा मिला है। साथ ही गेहूं कटाई के बाद जिन किसानों ने गहरी जुताई करने के बाद खेतों को खाली छोड़ दिया है। उन्हें अगली फसल के लिए जुताई से पूर्व पानी नहीं लगाना पड़ेगा। क्योंकि इतनी बारिश हो गई, जिससे सूखे पड़े खेतों में पर्याप्त नमी पैदा हो गई। डा. ढाका के अनुसार प्री मानसून गतिविधियों के तहत मंगलवार से लेकर गुरुवार तक मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। इस दौरान आसमान पर बादल उमड़ेंगे और तेज हवा के साथ बारिश भी होने की संभावना है।

पूरनपुर : हल्की बरसात से गन्ने की फसल को फायदा हुआ है। सूखे पडे़ गेहूं के खेतों की नमी होने के बाद किसानों ने उनकी जोताई की। काफी हद तक डीजल का खर्च किसानों को बच गया। गन्ने की फसल के लिए पानी ने संजीवनी कार्य किया।

रविवार की रात आंधी के साथ बरसात शुरू हो गई। काफी देर तक बरसात होती रही। तहसील क्षेत्र में एक माह पहले गेहूं की कटाई हो चुकी है। इससे खेत पूरी तरीके से सूखे पड़े हैं। किसान सिचाई के बाद इन सूखे खेतों की जोताई करने का मन बना रहे थे। रविवार को आंधी के साथ हुई बरसात ने खाली पड़े खेतों को नम कर दिया है। कुछ किसानों ने खेतों की जुताई भी करनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही इस पानी से पालेज, गन्ना और सब्जी की फसल को काफी फायदा हुआ है। कई किसान गन्ने की फसल में पानी लगा चुके हैं। जिन किसानों ने गन्ने में पानी नहीं लगाया है उन्हें कुछ दिन तक राहत मिल गई है। हल्की बरसात में किसानों का जुताई और सिचाई के लिए उपयोग में आने वाले डीजल का खर्च काफी हद तक बचा दिया है। किसान हल्की बरसात होने से राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं रविवार का अपेक्षा सोमवार को उमस और गर्मी से कुछ राहत देखी गई।


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