पीलीभीत,जेएनएन : प्रस्तावित रोडवेज का अंतरराज्यीय बस अड्डा अब तक नहीं बन सका है। इसके अभाव में यात्रियों को सड़क किनारे खड़े रहकर बस का इंतजार करना पड़ता है।
टनकपुर हाईवे पर इसके लिए जमीन काफी पहले ही प्रस्तावित की जा चुकी है। लगभग 5 वर्ष पहले टनकपुर हाईवे पर मिश्रा कॉलोनी के समीप लोक निर्माण विभाग की जमीन की पैमाइश करा कर प्रस्तावित रोडवेज बस अड्डे के लिए घोषित किया था। इससे यहां के लोगों में बस अड्डा बनने की उम्मीद जगी थी। रोडवेज बस अड्डा बन जाने पर यात्रियों के लिए काफी सुविधा हो जाती। बस अड्डा न होने से लोग इधर उधर भटकते हैं। कोरोना वायरस को लेकर यूपी उत्तराखंड की सीमा सील होने से यूपी की रोडवेज बसें उत्तराखंड में प्रवेश नहीं करतीं। अड्डा ना होने से रोडवेज की बसें जहां-तहां खड़ी रहती हैं। फोटो-9पीआइएलपी-12
व्यापारी श्यामू भाटिया का कहना है कि रोडवेज बस अड्डा ना होने से आने-जाने में दिक्कत होती है। उनको व्यापारिक कार्य से बरेली या दिल्ली जाना होता है तो बस पकड़ने के लिए इधर-उधर भागना पड़ता है। फोटो-9पीआइएलपी-9
युवा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमृतपाल सिंह सोनू का कहना है कि रोडवेज बस अड्डा बनने से यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड के लोगों भी सुविधा मिल सकेगी।बस अड्डा बनने से लोगो को लाभ मिलेगा। फोटो-9पीआइएलपी-11
कपड़ा व्यापारी ग्यारसी अग्रवाल का कहना है कि मझोला में बस अड्डा ना होने से टाटा मैजिक में बैठकर पीलीभीत जाना पड़ता है। फिर वहां से आगे जाने के लिए बस का इंतजार करना होता है। अड्डा बन जाए तो सीधे यहीं से बस मिल सकेगी।
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