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मशीन खराब होने से किसानों को समिति से नहीं मिल रही खाद

घाटमपुर की साधन सहकारी समिति पर पिछले कई दिनों से पीओएस मशीन खराब होने के कारण किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। किसान दुकानों से महंगे दामों में खाद खरीद कर गेहूं की बुवाई कर रहे हैं। समिति से खाद न मिल पाने से किसानों में रोष है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 12:21 AM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 12:21 AM (IST)
मशीन खराब होने से किसानों को समिति से नहीं मिल रही खाद
मशीन खराब होने से किसानों को समिति से नहीं मिल रही खाद

पीलीभीत,जेएनएन : घाटमपुर की साधन सहकारी समिति पर पिछले कई दिनों से पीओएस मशीन खराब होने के कारण किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। किसान दुकानों से महंगे दामों में खाद खरीद कर गेहूं की बुवाई कर रहे हैं। समिति से खाद न मिल पाने से किसानों में रोष है।

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इस बार किसानों की समस्या कम नहीं हो रही हैं। इस समय किसान अपनी धान की फसल बेचने को लेकर पहले से ही काफी परेशान है। ऊपर से गेहूं बुवाई के लिए डीएपी व एनपीके खाद नहीं मिलने से किसानों के आगे कठिन समस्या उत्पन्न हो रही है। गांव घाटमपुर में साधन सहकारी समिति पर पीओएस मशीन कई दिनों से खराब पड़ी हुई है जिसे अभी तक सही नहीं कराया गया है। किसान खाद लेने के लिए समिति के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन मशीन खराब होने से वापस हो जाते हैं। समिति पर खाद न मिलने से किसान मजबूरन बाजार से महंगे दामों में खाद लेकर गेहूं की बुवाई कर रहे हैं। इससे उनके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। समिति सचिव अतुल सिंह ने बताया कि पीओएस मशीन का वर्जन फेल हो गया है। इससे खाद का वितरण नहीं हा रहा है। मशीन में नया पड़ेगा वर्जन डलवाने के लिए कई बार मांग की जा चुकी है। जल्द ही मशीन सही कराई जाएगी। मशीन सही होते ही खाद का वितरण शुरू करा दिया जाएगा।

धान की फसल को बेचने के लिए पहले से ही काफी परेशान हो चुका हूं। अब गेहूं बुवाई के लिए डीएपी और एनपीके खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। समिति पर खाद नहीं मिलने से दिक्कतें आ रही हैं। धान का भुगतान अभी नहीं मिला है।

बलविदर सिंह, किसान

बीस एकड़ गेहूं की बुवाई करनी है। इसके लिए डीएपी और एनपीके खाद की जरूरत है। समित पर मशीन खराब हो जाने से खाद नहीं मिली है। गेहूं बुवाई के लिए खेत सुख रहे हैं। बाजार से महंगे दामों में खरीद कर गेहूं की बुवाई कर रहा हूं।

लखबीर सिंह, किसान

कई बार सोसाइटी पर खाद लेने के लिए गया लेकिन हर बार वहां के कर्मचारियों ने यह कह कर टाल दिया कि अभी मशीन खराब है, इसीलिए खाद नहीं मिलेगी। मजबूर होकर दुकानों से महंगे दामों में डीएपी और एनपीके खरीद कर गेहूं बुवाई की है।

मलकीत सिंह, किसान


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